वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कथित साइबर चोरी को लेकर चीन के खिलाफ प्रतिबंध लगाने की नयी धमकी दी. हालांकि वह और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग कारोबार संबंधी गोपनीयता की चोरी को समर्थन नहीं देने पर सहमत हुए हैं. ओबामा ने घोषणा की, ‘इसे रोकना होगा.’ रोज गार्डेन में शी के साथ एक संवाददाता सम्मेलन में ओबामा ने स्पष्ट किया कि जब तक चीन साइबर चोरी रोकने के प्रयासों को लेकर अपने वादे पर खरा नहीं उतरता है, वह चौकस रहेंगे.
उन्होंने कहा, ‘अब सवाल यह है : क्या कहे गये शब्दों पर कार्रवाई की जाती है.’ जहां तक लोगों या कारोबारियों या सार्वजनिक कंपनियों के खिलाफ प्रतिबंध का संबंध है, उन्होंने कहा, ‘हम सभी पर इसे लागू करेंगे जो हमारे पास जो भी उपाय हैं, वे करेंगे.’ ओबामा ने कहा कि सहमति पर प्रगति हुई है, लेकिन ‘इस बात पर हमारा जोर है कि काम अभी तक पूरा नहीं हुआ है.’
शी ने अपनी ओर से इस बात पर सहमति जतायी है कि देश ‘जानबूझकर साइबर चोरी का समर्थन नहीं करेंगे’ और उन्होंने साइबर क्षेत्र में ‘व्यवहार के नियमों’ का पालन करने का वादा किया. दोनों देश दावा करते हैं कि वे वाणिज्यिक गोपनीय जानकारियों की साइबर चोरी में लिप्त नहीं है, लेकिन यह मुद्दा दोनों देशों के बीच गहरे मतभेद का कारण रहा है.
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