नयी दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली में डेंगू का कहर लगातार बढता ही जा रहा है. आज इस बीमारी की चपेट में आकर गाजियाबाद की एक बच्ची की मौत दिल्ली के अस्पताल में हो गयी. अबतक दिल्ली में डेंगू से 16 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि गाजियाबाद में इस बीमारी से मरने वालों की संख्या चार हो गयी है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा कि 3 अस्पतालों में 600 बेड बढाए जायेंगे.
राजधानी में डेंगू के बढ़ते प्रकोप से लोग जहां बुरी तरह हलकान हैं, वहीं इसे लेकर राजनीति शुरू हो गई है. उपराज्यपाल के द्वारा अधिकारियों को लिखे गये पत्र के संबंध में बोलते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यदि केंद्र सरकार को लड़ना ही है तो दो महीने बाद लड़े क्योंकि अभी हम डेंगू से लड़ने में व्यस्त हैं. एलजी के पत्र को लेकर केजरीवाल ने पीएम को पत्र लिखा है.आपको बता दें कि उपराज्यपाल नजीब जंग ने पत्र लिखकर अपने अधिकारियों को केजरीवाल सरकार का आर्डर नहीं मानने को कहा है.
दिल्ली सरकार के डेंगू के नियंत्रण में रहने के दावों के बावजूद इससे मरने वालों की संख्या 16 पहुंच गई है. अस्पतालों में मरीज इलाज के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं. वहीं इसकी जांच के लिए लोगों से निजी अस्पताल में ज्यादा पैसे वसूले जा रहे हैं. आम आदमी पार्टी के नेताओं ने डेंगू के लिए भाजपा शासित तीनों नगर निगमों को दोषी ठहराया है.
मच्छर जनित बुखार से पीडित लोगों की संख्या 2,000 पार कर गयी है और शहर के अस्पतालों पर काफी दबाव आ गया है. हालात से सही तरह से नहीं निपट पाने का आरोप झेल रही दिल्ली सरकार ने कहा कि वह एक अध्यादेश लाने पर विचार कर रही है जिसमें आपात स्थिति में मरीजों का उपचार नहीं करने वाले निजी अस्पतालों को दंडित किया जाएगा.
स्वास्थ्य एवं प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से इस बीमारी पर रोक लगाने के लिए प्रयास बढाये जाने के बावजूद मच्छर से फैलने वाली इस बीमारी से पीडितों की संख्या 2000 पार कर गई है. इसमें से 1200 मामले पिछले सप्ताह ही सामने आये हैं. राज्य सरकार ने उत्तर पश्चिम दिल्ली में डेंगू मरीजों के अस्थायी उपचार के लिए आगामी अस्पताल में 200 बेड की सुविधा शुरू की है.
राज्य सरकार, केंद्र सरकार और एमसीडी संचालित 34 अस्पतालों से संग्रहित आंकडे के मुताबिक पिछले 48 घंटे में बुखार से पीडित 2519 लोगों को भर्ती कराया गया जिसमें 281 में डेंगू पाया गया.