नयी दिल्ली : अमेरिका के फेडरल रिजर्व द्वारा पिछले नौ साल में पहली बार ब्याज दर में बढोतरी की संभावना से निपटने के लिए बहुस्तरीय सुरक्षा उपाय किये गये हैं और रिजर्व बैंक इसके असर से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. यह बात आज वित्त मंत्रालय ने कही. वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने कहा कि भारत के नीति-निर्माताओं का लक्ष्य है घरेलू अर्थव्यवस्था को मजबूत करना ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि परिसंपत्ति बाजार और वित्तीय बाजार व्यवस्थित, सुचार और विश्वसनीय तरीके से आगे बढ सके.
सिन्हा ने भारतीय आर्थिक सम्मेलन के मौके पर संवाददाताओं से कहा ‘फेडरल रिजर्व ब्याज दर बढाए या फिर कोई और वृहत्-आर्थिक घटनाक्रम सामने आए इससे निपटने का सबसे अच्छा तरीका है रक्षा के बहुस्तरीय उपाय करना और हमें लगता है हमने इसकी व्यवस्था कर ली है.’ अमेरिकी फेडरल रिजर्व आज ब्याज दर पर फैसला करेगा जो कि 2009 से लगभग शून्य पर बनी हुई है. अनुमान है कि अमेरिका ब्याज दर में बढोतरी करेगा क्योंकि रोजगार के आंकडों में सुधार हुआ है.
यह पूछने पर कि क्या आरबीआइ अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतिगत पहल से निपटने के लिए तैयार है, सिन्हा ने कहा ‘आरबीआइ गवर्नर रघुराम राजन सभी मामलों से पूरी तरह अवगत हैं. जो भी सामने आएगा, आरबीआइ इससे निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है.’ उन्होंने कहा कि भारत वैश्विक वित्तीय बाजारों में उतार-चढाव समेत वृहत्-आर्थिक घटनाक्रमों से अच्छी तरह निपट सकता है. सिन्हा ने कहा ‘हमने रक्षा के कई स्तरीय उपाय किये हैं चाहे यह हमारी अर्थव्यवस्था के बुनियादी तत्व हों या फिर हमारा विदेशी मुद्रा भंडार, या फिर विभिन्न बाजारों में पहुंच की क्षमता. हम वृहत् आर्थिक घटनाक्रमों से निपट सकते हैं.’
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