नयी दिल्ली : कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रम ‘मन की बात’ पर रोक लागने की मांग करने के लिए चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया. उसका आरोप है कि यह बिहार विधानसभा चुनाव की वजह से लागू आचार संहिता का उल्लंघन करता है, लेकिन निर्वाचन आयोग ने कहा कि इस पर पूर्णत: रोक नहीं लगाई जा सकती.
कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने यहां संवाददाताओं से कहा, हम प्रधानमंत्री द्वारा राजनीतिक उद्देश्यों के लिए सार्वजनिक प्रसारक का दुरुपयोग किए जाने पर कडी आपत्ति व्यक्त करते हैं, जो भाजपा के मुख्य प्रचारक और चेहरा हैं. शर्मा ने कहा प्रधानमंत्री अपने पद और सार्वजनिक प्रसारक का दुरुपयोग करने पर तुले हुए हैं.
कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री को सदाशयता दिखानी चाहिए थी और बिहार चुनाव के मद्देनजर रेडियो कार्यक्रम करने से बचना चाहिए था. चुनाव आयोग ने हालांकि कहा कि कैबिनेट की बैठकों और मन की बात कार्यक्रम पर पूर्ण रोक नहीं लगाई जा सकती और इस तरह की किसी मांग पर वह तब ही संज्ञान ले सकता है जब पाया जाए कि कैबिनेट के फैसले अथवा कार्यक्रम की सामग्री आचार संहिता का उल्लंघन करती है.
आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, कैबिनेट बैठक और मन की बात जैसे कार्यक्रम पर पूरी तरह प्रतिबंध नहीं लगाया जा सकता, लेकिन चुनाव आयोग तब संज्ञान ले सकता है जब पाया जाए कि कैबिनेट का फैसला या कार्यक्रम की सामग्री आचार संहिता का उल्लंघन करती है. उन्होंने कहा कि अगर इस तरह की शिकायत की जाती है तो चुनाव आयोग कार्यक्रम की रिकॉर्डिंग और उसके लिप्यंतरण का अध्ययन करता है और तब फैसला लेता है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान भी कार्यक्रम के खिलाफ इस तरह की शिकायत की थी लेकिन चुनाव आयोग को कार्यक्रम में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला था. ‘मन की बात’ कार्यक्रम की अगली कडी आगामी रविवार को प्रसारित होगी. यह एक नियमित रेडियो प्रसारण है जिसमें मोदी विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार साझा करते हैं.