आरोप है कि दोनों पुलिस यूनिफार्म में सोमवार शाम खड़दह रहड़ा के रुईया इलाके में कल्याणी एक्सप्रेस-वे पर वाहनों को रोक कर उनके कागजात की जांच कर रहे थे. कागजात नहीं दिखने पर वाहन चालकों से रुपये वसूल रहे थे. इनमें लेडी कांस्टेबल अपर्णा घोष खुद को थाने का इनचार्ज बता रही थी, जबकि विश्वजीत चंद खुद को डीएसपी बता रहा था.
इन दोनों ने मोटरसाइकिल से गुजर रहे पार्थ भंज चौधरी को पकड़ा. उन्होंने मोटरसाइकिल का कागजात दिखाने के लिए कहा. पार्थ ने अपने पास कोई कागजात नहीं होने की बात कही. दोनों ने रुपये देने के लिए कहा. इसे लेकर तर्क-वितर्क के बाद इन दोनों ने पार्थ को थप्पड़ मार दिया. शोर-गुल सुन कर आसपास के लोग वहां पहुंच गये. लोगों से घिरने के बाद दोनों ने खुद को पुलिस अधिकारी बताया. घटना की सूचना टीटागढ़ थाने को दी गयी. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया. दोनों को मंगलवार को बैरकपुर कोर्ट में पेश किया गया, हालांकि कोर्ट से दोनों को जमानत मिल गयी. दोनों आरोपी कांस्टेबलों को निलांबित कर उनके विरुद्ध विभागीय जांच का आदेश दिया गया है.