नयी दिल्ली: देश के निर्यात में एक साल पहले से अगस्त माह में 20.66 प्रतिशत की गिरावट आयी है. यह लगातार नौवें महीना है जबकि निर्यात गिरा है. अगस्त में निर्यात 21.26 अरब डालर रहा और व्यापार घाटा भी बढ कर 12.47 अरब डालर रहा.वैश्विक स्तर पर सुस्ती व दुनिया भर में जिंस की कीमतों में गिरावट को निर्यात में कमी की प्रमुख वजह माना जा रहा है. अगस्त, 2014 में वाणिज्यिक वस्तुओं का निर्यात 26.8 अरब डालर था. इससे पहले आखिरी बार नवंबर, 2014 में निर्यात में वृद्धि दर्ज की गयी थी जबकि यह सालाना आधार पर 7.27 प्रतिशत उंचा रहा था.
अगस्त में आयात भी 9.95 प्रतिशत घटकर 33.74 अरब डालर रहा. वाणिज्य मंत्रालय के आंकडों के अनुसार माह के दौरान सोने का आयात बढा है.अगस्त का 12.47 अरब डालर का व्यापार घाटा जुलाई की तुलना में कम है. जुलाई में यह 12.81 अरब डालर था. पिछले साल अगस्त में व्यापार घाटा 10.66 अरब डालर रहा था.
समीक्षाधीन महीने में सोने का आयात 140 प्रतिशत बढकर 4.95 अरब डालर पर पहुंच गया, जो पिछले साल अगस्त में 2.06 अरब डालर रहा था.
जिन प्रमुख निर्यात क्षेत्रों में अगस्त में गिरावट दर्ज हुई है उनमें पेट्रोलियम उत्पाद (47.88 प्रतिशत) इंजीनियरिंग (29 प्रतिशत) चमडा और चमडा उत्पाद (12.78 प्रतिशत) समुद्री उत्पाद (20.83) प्रतिशत और कालीन 22 प्रतिशत शामिल हैं.निर्यातकों ने निर्यात में लगातार आ रही गिरावट पर चिंता जताई है. निर्यातकों के प्रमुख संगठन फियो के अध्यक्ष एस सी रल्हन ने कहा कि सरकार को इस गिरावट को थामने के लिए तत्काल ब्याज सहायता योजना जैसे कदमों की घोषणा करनी चाहिए.
अगस्त में कच्चा तेल आयात भी 42.59 प्रतिशत घटकर 7.35 अरब डालर पर आ गया. देश के कुल आयात में कच्चे तेल का हिस्सा करीब 31 प्रतिशत बैठता है. देश के कुल निर्यात में पेट्रोलियम उत्पादों का हिस्सा 18 प्रतिशत है.
समीक्षाधीन महीने में गैर तेल आयात 7.01 प्रतिशत बढकर 26.38 अरब डालर पर पहुंच गया. चालू वित्त वर्ष के पहले पांच महीनों अप्रैल से अगस्त में निर्यात 16.17 प्रतिशत घटकर 111.09 अरब डालर रहा है. इस दौरान आयात भी 11.61 प्रतिशत घटकर 168.6 अरब डालर और व्यापार घाटा 57.5 अरब डालर रहा.
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