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मरम्मत के बाद एलॉट होगा हॉस्टल

पटना : बीएन कॉलेज का हॉस्टल मरम्मती के बाद ही एलॉट किया जायेगा. कॉलेज प्रशासन ने हॉस्टल की पूरी रिपोर्ट विवि को सौंप दी है. तब तक छात्रों को इंतजार करना पड़ेगा. ये इंतजार कितना लंबा होगा, यह विश्वविद्यालय और सरकार पर निर्भर करेगा, क्योंकि इन्हीं दोनों पर हॉस्टल का एलॉटमेंट डिपेंड करता है. कॉलेज […]

पटना : बीएन कॉलेज का हॉस्टल मरम्मती के बाद ही एलॉट किया जायेगा. कॉलेज प्रशासन ने हॉस्टल की पूरी रिपोर्ट विवि को सौंप दी है. तब तक छात्रों को इंतजार करना पड़ेगा. ये इंतजार कितना लंबा होगा, यह विश्वविद्यालय और सरकार पर निर्भर करेगा, क्योंकि इन्हीं दोनों पर हॉस्टल का एलॉटमेंट डिपेंड करता है.
कॉलेज के पास अपना कोई फंड है नहीं, जिससे हॉस्टल की मरम्मती कराया जा सके. कॉलेज प्रशासन ने इसके लिए साफ इनकार कर दिया है. यही वजह है कि सरकार से इसकी मरम्मती के लिए अपील की गयी है. सरकार जितनी जल्दी उसमें काम करा देगी, उतनी जल्दी एलॉटमेंट कर दिया जायेगा. अन्यथा हॉस्टल सील रहेगा.
बीएन कॉलेज में कमरे तो सुरक्षित हैं, लेकिन उसके शौचालय व बाथरूम काफी गंदे हैं. इसके अलावा महज चार-पांच कमरे रहने लायक नहीं हैं. वहीं शालीग्राम ब्लॉक का शौचालय तो पूरी तरह से खराब है. कोर्ट के आदेशानुसार जब तक हॉस्टल पूरी तरह से रहने लायक नहीं होता है, उसे एलॉटमेंट नहीं किया जाये. इसी वजह से पटना कॉलेज का मिन्टो और जैक्सन हॉस्टल समेत कई हॉस्टलों के एलॉटमेंट पर रोक लगी हुई है. ऐसी स्थिति में बीएन कॉलेज के हॉस्टल एलॉटमेंट की उम्मीद कम ही लगती है. हालांकि यह विवि प्रशासन पर निर्भर है कि वह उसे रहने लायक मानता है या नहीं.
हॉस्टल अधीक्षक प्रो डीएन सिन्हा ने कहा कि ज्यादातर कमरे सुरक्षित हैं. हमने रिपोर्ट विवि को भेज दी है. यूनिवर्सिटी जैसे ही एलॉटमेंट के लिए अनुमति देगी, एलॉटमेंट की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी.
वहीं यूनिवर्सिटी के प्रॉक्टर प्रो जीके सिंह ने कहा कि हॉस्टल पूरी तरह से मरम्मती के बाद ही दी जायेगी. यही कोर्ट का आदेश है. इससे पहले हॉस्टल का एलॉटमेंट नहीं किया जा सकता. सरकार जितनी जल्दी मरम्मती का काम करके उसे हैंडओवर कर देगी, हॉस्टल एलॉटमेंट की अनुमति उतनी जल्दी दे दी जायेगी.

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