नयी दिल्ली : सरकार द्वारा घोषित ‘वन रैंक, वन पेंशन’ योजना को नामंजूर करने वाले सैंकडों पूर्व सैनिकों ने आज यहां ‘ईमानदारीपूर्ण और सच्चे इंसाफ’ की मांग करते हुए ‘सैनिक एकता’ रैली निकाली जबकि पूर्व सैन्यकर्मियों के कुछ समूहों ने खुद को इस रैली से दूर रखा. यहां जंतर मंतर पर सुबह दस बजे शुरु हुई रैली में देश के विभिन्न हिस्सों से आये पूर्व सैनिकों ने भाग लिया.
यूनाइटेड फ्रंट आफ एक्स सर्विसमैन मूवमेंट ( यूएफईएसएम ) के साझा बैनर तले पूर्व सैनिकों के कई समूह देशभर से यहां आकर ओआरओपी को लागू करने की मांग को लेकर करीब तीन महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं. हालांकि इस सप्ताह इस मोर्चे में दरार नजर आयी जब विभिन्न धड़ों ने एक दूसरे के खिलाफ आरोप प्रत्यारोप लगाना शुरु कर दिया. पूर्व सैनिकों का एक धडा ‘सैनिक एकता’ रैली निकाले जाने के खिलाफ था जबकि दूसरे समूहों का मानना था कि सरकार ने उन्हें निराश किया है जिसने पिछले शनिवार को ओआरओपी की घोषणा की थी.
मोर्चे के एक महत्वपूर्ण सदस्य लेफ्टिनेंट जनरल ( सेवानिवृत्त ) बलबीर सिंह ने आपसी समन्वय के अभाव का जिक्र करते हुए बुधवार को अपने समूह इंडियन एक्स सर्विस लीग के इस मंच से बाहर होने की घोषणा की थी. मेजर जनरल ( सेवानिवृत्त ) सतबीर सिंह समेत आंदोलन के कई अन्य प्रतिभागियों ने सरकार द्वारा घोषित ओआरओपी से असहमति जतायी थी और अब उन्होंने सात बिंदुओं पर असहमति नोट रखा है.