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दो बीपीएल मरीजों को रिम्स नहीं लगा रहा स्टेंट

खिलवाड़. स्टेंट खरीदारी की दर तय नहीं, मरीज की जान पर बनी राजीव पांडेय रांची : रिम्स में इलाजरत बीपीएल श्रेणी के दो हृदय रोगियों की एंजियोप्लास्टी नहीं हो पा रही है़ रिम्स में स्टेंट लगाने की दर तय नहीं होने से यह समस्या आ रही है़ इन दोनों हृदय रोगियों की रिम्स में एंजियोग्राफी […]

खिलवाड़. स्टेंट खरीदारी की दर तय नहीं, मरीज की जान पर बनी
राजीव पांडेय
रांची : रिम्स में इलाजरत बीपीएल श्रेणी के दो हृदय रोगियों की एंजियोप्लास्टी नहीं हो पा रही है़ रिम्स में स्टेंट लगाने की दर तय नहीं होने से यह समस्या आ रही है़ इन दोनों हृदय रोगियों की रिम्स में एंजियोग्राफी की गयी है, इसमें हृदय की धमनियों में ब्लॉकेज पाया गया है. रिम्स निदेशक ने स्टेंट की खरीद पर रोक लगा रखी है, इसलिए एंजियोप्लास्टी नहीं हो पायी है़
निदेशक का मानना है कि विभागीय स्तर पर सीजीएचएस दर पर ही स्टेंट लगाने का निर्देश है. सिविल सर्जन कार्यालय से स्टेंट लगाने की राशि आ गयी है, लेकिन रिम्स के निदेशक स्तर से रोक के कारण एंजियोप्लास्टी नहीं हो पा रही है.
स्टेंट मामले में आज निर्णय संभव : दोनों बीपीएल मरीजों को स्टेंट लगाने के मामले में रिम्स में शनिवार को बैठक होगी़ इसमें यह निर्णय लिया जायेगा कि मरीजों को किस दर पर स्टेंट लगाया जाये. बैठक में रिम्स निदेशक डाॅ शमीम हैदर, अधीक्षक डॉ एसके चौधरी सहित कई पदाधिकारी शामिल होंगे.
मरीजों में से एक मांडर के अब्राहम टोप्पो हैं. दूसरे मरीज मो सुल्तान रांची के हैं. रिम्स के कार्डियोलॉजी विभाग ने दोनों बीपीएल मरीजों के लिए अलग-अलग कोटेशन दिया है. सरकार ने सिविल सर्जन के माध्यम से एक मरीज के लिए 1,33,000 रुपये, तो दूसरे के लिए 60,000 रुपये आवंटित कर भेजा है.
सीजीएचएस दर पर ही खरीदना है स्टेंट: सीएस
सिविल सर्जन डॉ गोपाल श्रीवास्तव ने रिम्स प्रबंधन को स्पष्ट किया है कि बीपीएल एवं कैदी श्रेणी के हृदय रोगियों के लिए सीजीएचएस दर पर ही स्टेंट खरीदना है. इस्टीमेट के हिसाब से रिम्स को पैसा भेज दिया गया है.
एम्स की दर पर ही स्टेंट खरीदने का है प्रस्ताव
कार्डियोलॉजी विभाग ने स्वास्थ्य विभाग एवं रिम्स प्रबंधन को टेंडर नहीं निकाले जाने तक एम्स की दर पर स्टेंट की खरीदारी करने का प्रस्ताव दिया है. रिम्स प्रबंधन का कहना है कि यह तय करना हमारा काम है, कार्डियोलॉजी विभाग का नहीं.

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