पटना : बिहार सरकार के राजस्व व भूमि सुधार सह विधि मंत्री नरेंद्र नारायण यादव ने एडीआर द्वारा आये सर्वे की रिपोर्ट पर सवाल उठाये हैं. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार अखबारों में आंकड़े दिये गये कि उनकी संपत्ति में 243 फीसदी बढ़ोतरी हो गयी है, यह अधुरा सत्य है. उन्होंने कोई अचल संपत्ति नहीं खरीदी है. जो भी उनके पास अचल संपत्ति है वह उनके दादा जी और पिताजी द्वारा अर्जित की गयी है. 2010 में उनके पास 15.69 एकड़ जमीन थी.
उस समय उसकी कीमत 36,29,150 रुपये थी, जबकि 2014 में उनके पास 15.62 एकड़ जमीन रह गयी है. इसकी कीमत बाजार भाव में 1,06,32,712 रुपये हो गयी है. इससे उनकी पैतृक अचल संपत्ति का वेल्यू बढ़ गया है. सरकार ने अलग-अलग सालों में एमवीआर का पुनर्मूल्यांकन किया जाता रहा है. इस आधार पर 2010 में संपत्ति व उसका मूल्यांकन के बाद 2014 में वह बढ़ गयी है.
उनके द्वारा किसी भी प्रकार की संपत्ति में वृद्धि व क्रय की बातें वास्तविक सत्य से परे है. अगर कोई यह साक्ष्य पेश कर दे कि उन्होंने खुद या अपने परिवार के किसी अन्य सदस्य के नाम पर देश, राज्य या फिर कही भी कोई अचल संपत्ति या घोषित चल संपत्ति से अधिक कोई संपत्ति अर्जित की है को वे सार्वजनिक व राजनीतिक जीवन से संन्यास ले लेंगे.उन्होंने कहा कि संपत्ति के बार में गलत प्रचार कर उनकी छवि धुमिल करने की कोशिश की गयी है.