रांची : भोला पांडेय और किशोर पांडेय (मृत) गिरोह से जुड़े अपराधियों पर शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी गयी है. सीआइडी मुख्यालय ने यह जिम्मेवारी रांची के एसएसपी और रामगढ़ के एसपी को सौंपी है. सीआइडी मुख्यालय की ओर से गोंदा थाने में दर्ज एक केस का उदाहरण देते हुए पुलिस को बताया गया है कि इससे पूर्व इसी गिरोह के लोगों ने व्यवसायी विजय धानुका पर फायरिंग की थी.
घटना में मुन्ना पांडेय, अजय सिंह, दीपक सिंह, किशोर पांडेय, विकास तिवारी, पुनीत पाठक, बालेश्वर बाउरी, सुमन साव और अन्य के नाम सामने आये थे. अनुसंधान में सभी पर हमला करने का आरोप भी सही पाया गया था.
उस केस में पुलिस मुन्ना पांडेय, बालेश्वर बाउरी, किशोर पांडेय के खिलाफ आरोप पत्र समर्पित कर चुकी है, जबकि अप्राथमिकी अभियुक्त सुमन साव को असत्यापित दिखाते हुए न्यायालय में अंतिम प्रतिवेदन भेजा गया था. वहीं दूसरी ओर इस मामले में वर्ष 2013 में अन्य अभियुक्तों के खिलाफ आरोप पत्र समर्पित किया गया था.
सीआइडी के अधिकारियों ने पुलिस को बताया है कि हजारीबाग कोर्ट में सुशील श्रीवास्ताव की हत्या के बाद इस गिरोह लोगों की सक्रियता सामने आयी है, इसलिए गिरोह में शामिल पुराने और नये अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई जरूरी है.