आगे हड़ताल करने वाले शिक्षकों की होगी सेवा समाप्त, कई और सख्त कदम उठाने की डीएसइ ने दी चेतावनी
धनबाद : हड़ताल को लेकर पारा शिक्षक संघ व शिक्षा विभाग आमने-सामने हो गये है. जिला शिक्षा अधीक्षक बांके बिहारी सिंह ने चेतावनी दी है कि हड़ताल पर जाने वाले पारा शिक्षकों को अब नो वर्क नो पे के बजाय सेवा से मुक्त किया जायेगा. शिक्षा सचिव की ओर से प्राप्त निर्देश के आलोक में शिक्षा विभाग आगे यह कार्रवाई करने जा रही है. डीएसइ श्री सिंह ने यह घोषणा शनिवार को एक प्रेस वार्ता में की.
डीएसइ ने बताया कि पारा शिक्षकों की मानदेय में 25 प्रतिशत वृद्धि, मातृत्व अवकास सहित अधिकांश मांगे मान ली गयी ऐसे में आगे हड़ताल का कोई औचित्य नहीं. समझौता पर पारा शिक्षक संघ का केवल एकगुट ने हस्ताक्षर नहीं किया है अन्य ने सहमति के तहत हस्ताक्षर भी किया है. बावजूद इसके हड़ताल करने वालों के खिलाफ अब हर संभव कार्रवाई होगी.
शिक्षक नियुक्ति का आवेदन होगा रद्द : डीएसइ ने बताया कि हड़ताल पर जाने वाला शिक्षकों ने अगर शिक्षक नियुक्ति के लिए आवेदन किया है तो उन्हें जांच के तहत चिन्हित कर उनका आवेदन रद्द किया जायेगा.
शिक्षण कार्य में बाधा डालने वालों पर दर्ज होगी एफआइआर : डीएसइ ने बताया कि हड़ताल के आलोक में विभाग का यह निर्देश था कि जिस स्कूल के शिक्षक हड़ताल पर चले जायेंगे वहां पड़ोस के विद्यालय से शिक्षकों वहां सेवा देना है , ताकि शैक्षणिक कार्य प्रभावित न हो. अगर इसमें कोई पारा शिक्षक सेवा में बाधा डालने की कोशिश करता है तो उसके खिलाफ थाने में एपआइआर किया जायेगा.
अभद्र व्यवहार का पूर्व फाइल पर भी होगी कार्रवाई : बताया गया कि शिक्षक नियुक्ति की काउंसेलिंग के दौरान अधिकारियों से अभद्र व्यवहार करने वाले वैसे पारा शिक्षक जिन पर एफआइआर किया गया था अगर वह हड़ताल में सक्रिय है उनके फाइल पर फिर से कार्रवाई होगी.
1800 शिक्षक है हड़ताल पर : विभागीय आंकड़ा कहता है कि 3400 पारा शिक्षकों में से केवल 1800 हीं हड़ताल पर है. इन्हीं पारा शिक्षकों पर विभाग लगाम लगाने की तैयारी में है.