कोलंबो : श्रीलंका के साथ तीसरे टेस्ट में संकट की घड़ी में उभरे चेतेश्वर पुजारा के शतक से भारत की स्थिति कुछ ठीक हुई है. हालांकि भारत अपने 7 विकेट गंवा चुका है. पुजारा ने 214 गेंदों पर शतक जड़ा. उन्होंने रोहित शर्मा (26) के साथ चौथे विकेट के लिए 55 रन की साझेदारी की. रोहित लंच से ठीक पहले धम्मिका प्रसाद का शिकार बने. भारत सिंहलीज स्पोर्ट्स क्लब में सुबह के सत्र में 30.5 ओवरों में 69 रन ही जोड पाया. मैच की शुरुआत 15 मिनट पहले हुई और श्रीलंका की टीम ने जल्द ही दबदबा बना लिया. भारत दो विकेट पर 50 रन से आगे खेलने उतरा. गेंद सिर्फ 15 ओवर पुरानी थी और प्रसाद (32 रन पर दो विकेट) तथा नुवान प्रदीप (20 रन पर एक विकेट) को विकेट से अच्छी मदद मिली.
सुबह पूरे सत्र के दौरान प्रसाद ने शानदार गेंदबाजी की और वह दुर्भाग्यशाली रहे कि उन्हें और अधिक विकेट नहीं मिले. प्रसाद ने दिन के पहले ही ओवर में कप्तान विराट कोहली (18) के खिलाफ पगबाधा की दो विश्वसनीय अपील की जिसे अंपायर नाइजेल लांग ने ठुकरा दिया. दूसरी तरफ प्रदीप ने भी पुजारा को परेशान किया. भारतीय बल्लेबाजों के लिए सुबह बल्लेबाजी करना आसान नहीं रहा और पहले पांच ओवर में सिर्फ छह रन बने. पुजारा और कोहली ने 23वें ओवर में तीसरे विकेट के लिए 50 रन की साझेदारी पूरी की लेकिन इसके बाद एंजेलो मैथ्यूज की आफ स्टंप से बाहर जाती गेंद से छेडछाड की कोशिश में कोहली विकेट के पीछे कैच दे बैठे.
रोहित इसके बाद बल्लेबाजी के लिए उतरे. उन्होंने आते ही रंगना हेराथ के खिलाफ आक्रामक तेवर दिखाए. उन्होंने बायें हाथ के इस स्पिनर पर छक्का भी जडा. रोहित की सकारात्मक शुरुआत से पुजारा में भी जोश भर गया. पहले 15 ओवर में हालांकि टीम इंडिया एक विकेट खोकर सिर्फ 22 रन ही जोड पाई. पुजारा भी इसके बाद स्पिनरों के खिलाफ कदमों का इस्तेमाल करते हुए क्रीज से बाहर आकर खेलने लगे. उन्होंने थारिंडु कौशल के पहले ही ओवर में तीन चौके मारे जिससे 41वें ओवर में भारत के रनों का सैकडा पूरा हुआ. दो ओवर बाद सौराष्ट्र के बल्लेबाज पुजारा ने अर्धशतक पूरा किया. पुजारा और रोहित ने इसके बाद 117 गेंद में अर्धशतकीय साझेदारी पूरी की. प्रसाद लंच से पूर्व अंतिम ओवर फेंकने आए और उनकी आउटस्विंगर पर रोहित ने स्लिप में उपुल थरंगा को कैच थमा दिया. कल पहले दिन श्रीलंका ने टास जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला किया था लेकिन लगातार बारिश के कारण 15 ओवर का खेल ही हो सका.