मालदा: मालदा मेडिकल कॉलेज में एक गर्भवती महिला की प्रसव के बाद हुई मौत से गुस्साए उसके परिजनों ने हंगामा खडा कर दिया. हंगामे में स्थानीय लोग भी शामिल हो गये और मेडिकल कॉलेज में कार्यरत नर्सों को हैरान-परेशान किया व प्रसूति विभाग के खिड़की-दरवाजे आदि तोड़ दिये. बुधवार रात ढाई बजे से गुरुवार सुबह नौ बजे तक रूक -रूक कर विरोध प्रदर्शन व तांडव का सिलसिला चलता रहा. मृतका के परिवार व परिजनों के विरोध प्रदर्शन के चलते मेडिकल कॉलेज के नर्स व स्वास्थ्य कर्मचारी प्रसूति विभाग छोड़ कर भाग खड़े हुए.
बाद में इंग्लिशबाजार थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया. अज्ञात बुखार से तीन मरीजों की मौत के बाद अब प्रसूति महिला की मौत से मालदा मेडिकल कॉलेज की चिकित्सा सेवा को लेकर सवाल उठना लाजमी हो गया है. आज मालदा मेडिकल कॉलेज में प्रसूति महिला की मौत के बाद राज्य के बागवाणी मंत्री कृष्णेंदु चौधरी, पुलिस अधीक्षक प्रसून बनर्जी, मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ प्रतीम कुमार कुंडू, इंग्लिशबाजार थाने के आइसी दिलीप कर्मकार आदि प्रशासिनक अधिकारी मालदा मेडिकल कॉलेज पहुंचे.
मंत्री व प्रशासनिक अधिकारियों ने मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक, नर्स व स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ एक बैठक भी की. मंत्री तथा रोगी कल्याण समिति के चेयरमैन कृष्णेंदु चौधरी ने बताया कि प्रसूति महिला की मौत को लेकर मेडिकल कॉलेज में छोटीमोटी घटना हुयी है़ उन्होंने कहा कि इस बारे में कोई शिकायत दर्ज नहीं करायी गयी है. चिकित्सा में कहीं कोई लापरवाही नजर आयी तो, जरूर जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मृतका का नाम रमिला बीबी (22) है. वह गर्भवती थी.
बुधवार दोपहर साढ़े तीन बजे के आसपास रमिला बीबी को प्रसव पीड़ा के साथ मालदा मेडिकल कॉलेज के प्रसूति विभाग में भरती कराया गया था. रात सात बजे के आसपास महिला का सीजर कर कन्या संतान का प्रसव कराया गया. सीजर के बाद से रमिला बीबी दर्द से छटपटा रही थी. रात ढाई बजे के आसपास उसकी मौत हो गयी. इसके बाद उसके परिजनों ने चिकित्सा में लापरवाही का आरोप लगा कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. प्रदर्शनकारियों ने प्रसूति विभाग व लेबर रूम में घुस कर तोड़फोड़ की.