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छात्रों से भेदभाव न करें स्कूल शिक्षक
हमारा देश 68 साल पहले आजाद हो गया, लेकिन आज भी हमें मूल रूप से आजादी नहीं मिली है. भले ही हमारे देश में काफी प्रगति हुई है, लेकिन आज भी कुछ ऐसे क्षेत्र हैं, जहां विकास होना अभी बाकी है. आज के विद्यार्थी ही आनेवाला भविष्य है. सरकार द्वारा स्कूलों में सभी के लिए […]
हमारा देश 68 साल पहले आजाद हो गया, लेकिन आज भी हमें मूल रूप से आजादी नहीं मिली है. भले ही हमारे देश में काफी प्रगति हुई है, लेकिन आज भी कुछ ऐसे क्षेत्र हैं, जहां विकास होना अभी बाकी है.
आज के विद्यार्थी ही आनेवाला भविष्य है. सरकार द्वारा स्कूलों में सभी के लिए एक समान सुविधाएं उपलब्ध करायी जाती हैं, लेकिन स्कूलों में सुविधाएं देने में भी भेदभाव किया जाता है. विद्यार्थियों के साथ शिक्षक एक समान व्यवहार नहीं करते हैं.
शिक्षक पढ़ाई में अव्वल रहनेवाले छात्रों की बातों को ही सुनते हैं. कमजोर छात्रों के प्रति उनका ध्यान नहीं होता. जबकि सच्चाई यह है कि सभी छात्र उनके स्कूल में पढ़ते हैं. यदि कमी है, तो उनकी शिक्षा में है, वरना सभी छात्र अच्छे नहीं होते? अत: सरकार से आग्रह है कि वह शिक्षकों की इस सोच को बदलने की दिशा में कारगर कदम उठाये.
विशाल विवेक, जमशेदपुर
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