इस्लामाबाद : भारत के साथ एनएसए स्तर की वार्ता रद्द करने वाले पाकिस्तान ने रविवार को कहा कि हम परमाणु हथियार संपन्न राष्ट्र हैं और हमें पता है कि अपने हितों की रक्षा कैसे करनी है. पाकिस्तानी दैनिक डॉन के मुताबिक सरताज अजीज ने रविवार को कहा कि मोदी के भारत का बर्ताव ऐसा है मानो वह क्षेत्रीय सुपर पावर हो. लेकिन भारत यह जान ले कि हम परमाणु हथियार संपन्न देश हैं और हमें पता है कि अपने हितों की रक्षा कैसे करनी है. पाकिस्तान ने बातचीत रद्द होने का ठीकरा भारत पर ही फोड़ा है.
भारत-पाक एनएसए स्तर की वार्ता रद्द किए जाने के एक दिन बाद पाकिस्तान ने रविवार को कहा कि दोनों देशों के डीजीएमओ और पाकिस्तान रेंजर्स और बीएसएफ के प्रतिनिधियों के बीच बैठक उफा में बनी सहमति के अनुसार होगी. पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज ने कहा कि हां, रेंजर्स और बीएसएफ की बैठक होगी. डीजीएमओ भी बात करेंगे लेकिन इसके लिए आगे जाने वाले तंत्र की आवश्यकता है और सुझाव दिया गया है कि इस बात को सुनिश्चित किया जाए कि तनाव में कुछ कमी आए.’’ बैठक की तारीखों के बारे में पूछे जाने पर अजीज ने सीएनएन-आईबीएन से कहा, ‘‘मेरा मानना है कि पाकिस्तान रेंजर्स-बीएसएफ बैठक छह सितंबर को निश्चित है. सैन्य अभियानों के महानिदेशक :डीजीएमओ: कहीं भी मिल सकते हैं और वे जब भी मिलना चाहें आपस में सहमत हो सकते हैं.’’
एनएसए स्तर की वार्ता रद्द किए जाने के लिए सीधे तौर पर भारत को जिम्मेदार ठहराते हुए अजीज ने नई दिल्ली के सिर्फ आतंकवाद पर चर्चा करने के रख को ‘एकतरफा फैसला’ करार दिया और इस बात पर टिके रहे कि उफा का उद्देश्य तनाव को घटाना था जिसके लिए कश्मीर पर चर्चा की आवश्यकता है. अजीज ने कहा कि उफा में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनके भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी के बीच बनी सहमति की दोनों देशों ने अलग-अलग तरह से व्याख्या की. उन्होंने कहा, ‘‘हम चाहते थे कि कश्मीर के स्वरुप पर चर्चा हो. कश्मीर पर चर्चा करने से तनाव घटेगा। उफा उद्देश्य तनाव घटाना था, इसलिए हमें कश्मीर पर चर्चा करने की जरुरत है, न कि आतंक पर.’’
अजीज ने यह भी कहा कि पाकिस्तान न्यूयॉर्क में बातचीत का प्रस्ताव नहीं देगा, जब बहुपक्षीय शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए अगले महीने दोनों देशों के नेता वहां मौजूद होंगे और जोर दिया कि ऐसा करना भारत पर निर्भर है. अंडरवर्ल्ड डॉन और सर्वाधिक वांछित आतंकवादी दाउद इब्राहिम के बारे में चर्चा करते हुए अजीज ने कहा कि भारत ने कोई आधिकारिक सबूत नहीं दिया है. गौरतलब है कि दाउद पाकिस्तान में छिपा है.
पाकिस्तान ने शनिवार रात एनएसए स्तर की वार्ता को तब रद्द कर दिया था जब भारत ने साफ कर दिया था कि कश्मीर पर चर्चा और हुर्रियत अलगाववादियों के साथ बैठक उसे स्वीकार्य नहीं होगा. फैसले के बारे में बात करते हुए अजीज ने कहा, ‘‘हर बार कोई छोटी घटना होती है. आप बातचीत को यह कहते हुए अनिश्चितकाल के लिए स्थगित नहीं कर सकते कि आतंक अब भी जारी है, कौन फैसला करता है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘पूर्व में जब अन्य :मुद्दों के साथ: आतंक पर चर्चा हो सकती है तो-अब यह एकतरफा फैसला क्यों कि सिर्फ आतंक पर चर्चा होगी तथा अन्य किसी मुद्दे पर नहीं. इसलिए मेरा मानना है कि संकीर्ण परिभाषा पर जोर- का साफतौर पर मतलब चर्चा से बचना था.’’ कश्मीर मुद्दे पर चर्चा किए जाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए अजीज ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि दोनों देशों के बीच बातचीत किसी स्तर पर शुरू हो रही थी और उस अवसर को खोना दुर्भाग्यपूर्ण है.’’