लखनऊ : उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में एक 80 साल के बुजुर्ग ने अपनी पत्नी की यादगार में आगरा के ताज महल का प्रारुप तैयार करवाया है. उन्होंने मकबरे के बीचो-बीच अपनी पत्नी के शव को भी दफनाया है. बुलंदशहर जिले के फैसल हसन कादरी एक रिटायर्ड पोस्टमास्टर हैं. कादरी ने अपनी पत्नी से वादा किया था कि वह उनकी यादगार में एक ऐसा मकबरा बनवायेंगे जिससे लोग उन्हें वर्षों तक जानेंगे. वह अपनी पत्नी की इच्छा हर कीमत पर पूरा करना चाहते हैं.
कादरी बताते हैं कि वह अपनी पत्नी से काफी प्यार करते थे. उनकी कोई औलाद नहीं है. ऐसे में कई लोगों ने उन्हें दूसरी शादी करने की सलाह दी. लेकिन उन्होंने दूसरी शादी नहीं की और अपनी पत्नी के साथ काफी खुश रहते थे. एक समय उनकी पत्नी ने उनसे कहा कि हमारी कोई औलाद नहीं है. अगर हम मर जायेंगे तो हमारा नाम लेने वाला भी कोई नहीं होगा. इस बात पर कादरी ने अपनी पत्नी से कहा कि मेरे जीतेजी अगर तुमकों कुछ हो जाता है तो तुम्हारी स्मृति में ऐसा मकबरा बनवाउंगा जिससे लोग हमें कई वर्षों तक याद रखेंगे.
कादरी की पत्नी का निधन 58 साल की उम्र में गले के कैंसर से हुआ. 2011 में कादरी की पत्नी का देहांत हुआ. फरवरी 2012 में कादरी ने ताज महल के समान एक मकबरा बनवाना शुरू किया. कादरी के इस पहल की खबर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तक पहुंची. उन्होंने इस पहल की सराहना की और अनुमति भी प्रदान की. अखिलेश ने कादी से मिलने की इच्छा जतायी और मुलाकात भी की. कई लोगों ने इस काम में कादरी की मदद करने की सिफारिश की लेकिन कादरी ने यह कहते हुए इंकार कर दिया कि यह देश की धरोहर जरुरी होगी लेकिन यह मेरी नीजि संपत्ति है और इसमें मैं किसी से भी मदद नहीं लूंगा.