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नरेंद्र मोदी सरकार अपनी शर्तों पर हमसे बातचीत करना चाहती है : सरताज अजीज
इस्लामाबाद :पाकिस्तान की आतंकवाद से लडने की मंशा और तय मुद्दों से बार-बार भटकने की फितरत आज एक बार फिर दुनिया के सामने जाहिर हो गयी. पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार ने एनएसए लेवल की वार्ता के लेकर आज दोपहर एक प्रेस कान्फ्रेंस किया, जिसमें कहा कि पाकिस्तान व भारत के प्रधानमंत्री के बीच उफा […]
इस्लामाबाद :पाकिस्तान की आतंकवाद से लडने की मंशा और तय मुद्दों से बार-बार भटकने की फितरत आज एक बार फिर दुनिया के सामने जाहिर हो गयी. पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार ने एनएसए लेवल की वार्ता के लेकर आज दोपहर एक प्रेस कान्फ्रेंस किया, जिसमें कहा कि पाकिस्तान व भारत के प्रधानमंत्री के बीच उफा में कश्मीर सहित सभी मुद्दों पर वार्ता की सहमति बनी थी. हालांकि उन्होंने यह स्वीकार किया उफा में तय एजेंडे में जम्मू कश्मीर शब्द का जिक्र नहीं है. अजीज ने नरेंद्र मोदी सरकार पर अपनी शर्त पर वार्ता करने का भी आरोप लगाया और हुर्रियत नेताओं की गिरफ्तारी पर अफसोस प्रकट किया. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ उनके देश में सक्रिय है.
सरताज अजीज ने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या यह सोचा जा सकता है कि हुर्रियत नेताओं के साथ मुलाकात जैसे मामूली आधार पर भाारत एनएसए स्तर की पहली बैठक रद्द कर सकता है? उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने उफा में हुई सहमति को ध्यान में रखते हुए सभी लंबित मुद्दों पर वार्ता के तौर तरीकों का पता लगाने के लिए तीन सूत्री एजेंडे का प्रस्ताव रखा है.
सरताज अजीज ने भारत सरकार के पाकिस्तानी पक्ष से हुर्रियत नेताओं के नहीं मिलने देने पर कहा कि यह तो पाकिस्तानी समारोह में मेहमानों की सूची नियंत्रित करने जैसा है. सरताज अजीज ने यह भी आरोप लगाया कि पाकिस्तान में रॉ की गतिविधियां जारी है और वे तीन डॉजियर भारत को एनएसए स्तरीय वार्ता में सौंपेंगे. उन्होंने प्रेस कान्फ्रेंस में भी उसकी कॉपी लहरा कर मीडिया को दिखायी.
अजीज ने यह भी कहा कि पाकिस्तान हुर्रियत नेताओं की गिरफ्तारी से विचलित है. यह उनके मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है. उन्होंने कहा कि कश्मीर मुद्दा उफा में बने एजेंडे का ही एक हिस्सा है. पाकिस्तानी एनएसए ने कहा कि जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सत्ता में आये हैं, तब से वे कश्मीर के बगैर अपनी शर्तों पर वार्ता करना चाहते हैं और यह हमारे लिए मुमकिन नहीं है.
पाकिस्तान के आतंकवाद के एजेंडे से मुकरने व जबरन कश्मीर मुद्दे को तूल देने का खुलासा पाकिस्तान के एक पत्रकार के सवाल का सरताज अजीज द्वारा दिये गये जवाब में ही हो गया. उक्त पत्रकार के सवाल के जवाब में अजीज ने कहा कि हमारे बीच उफा में सभी अहम मुद्दोंे पर वार्ता की सहमति बनी थी, अगर इसमें जे एंड के (जम्मू कश्मीर) नहीं लिखा, तो इसका मतलब यह नहीं कि वह इसमें शामिल नहीं है.
सरताज अजीज ने यह भी कहा कि वे तीन डोजियर लेकर भारत जायेंगे और उसे सौंपेगे, जो रॉ से संबंधित है. अजीज ने आरोप लगाया कि पिछले दो महीने में भारत की ओर से 70 बार युद्ध विराम का उल्लंघन किया गया था.
सरताज अजीज ने प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि भारत ने पाकिस्तान के सामने इस वार्ता के लिए शर्त रख दी. उन्होंने कहा कि हम भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह करते हैं कि वे दोनों देशों के बीच शांति व सौहार्द्र के लिए साझी जिम्मेवारी को समझें.
उल्लेखनीय है कि रूस के उफा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की मुलाकात में यह तय हुआ था कि दोनों देशों के बीच नयी दिल्ली में एनएसए स्तर की वार्ता सिर्फ और सिर्फ आतंकवाद के मुद्दे पर होगी. लेकिन, बाद में पाकिस्तान ने जबरन इस वार्ता में कश्मीर मुद्दे को खींचने की कोशिश की और उसके एनएसए सरताज अजीज कश्मीर के अलगाववादी हुर्रियत नेताओं से मिलेंगे.
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