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अपहृत सीमेंट व्यवसायी का अब तक सुराग नहीं

इमामगंज: बहेरा गांव रहनेवाले अपहृत सीमेंट व्यवसायी ज्योति बसु उर्फ छोटू कुमार का गुरुवार को तीसरे दिन भी सुराग नहीं मिला. इधर, अनहोनी की आशंका को लेकर व्यवसायी के परिवारवालों का बुरा हाल है. गुरुवार को प्रभारी एसएसपी सह बीएमपी-तीन के कमांडेंट विकास वर्मन व प्रभारी सिटी एसपी सह एएसपी बलिराम चौधरी ने लब्जी नदी […]

इमामगंज: बहेरा गांव रहनेवाले अपहृत सीमेंट व्यवसायी ज्योति बसु उर्फ छोटू कुमार का गुरुवार को तीसरे दिन भी सुराग नहीं मिला. इधर, अनहोनी की आशंका को लेकर व्यवसायी के परिवारवालों का बुरा हाल है. गुरुवार को प्रभारी एसएसपी सह बीएमपी-तीन के कमांडेंट विकास वर्मन व प्रभारी सिटी एसपी सह एएसपी बलिराम चौधरी ने लब्जी नदी के पास उस जगह का मुआयना किया, जहां से व्यवसायी ज्योति बसु को अपराधियों ने अगवा किया था.

दोनों अधिकारियों ने अपराधियों के भागने वाले दिशा के बारे में भी गांववालों से जानकारी ली. इसके बाद दोनों अधिकारियों ने व्यवसायी ज्योति बसु के बड़े भाई अशोक कुमार से मिले और भरोसा दिलाया कि पुलिस बहुत जल्द ज्योति बसु को अपहर्ताओं के चंगुल मुक्त करा लेगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी.

इसके बाद स्थानीय थाने में बैठ कर दोनों अधिकारियों ने मैप के जरिये सरहदी इलाके की विस्तार से जानकारी ली और एक रणनीति बनायी. ज्योति बसु के परिजन जदयू के जिला महासचिव श्रीकांत प्रसाद भी दोनों अधिकारियों से व्यवसायी के अगवा मामले पर चर्चा की. उधर, परिजनों ने बताया कि अपहर्ताओं द्वारा गुरुवार को फोन नहीं किया गया है. मंगलवार व बुधवार को फोन कर 30 लाख की फिरौती मांगी गयी थी. इधर, इमामगंज थानाध्यक्ष राजकुमार तिवारी ने कहा कि अपहर्ताओं का लिंक मिलने कि दिशा में लगातार छापेमारी चल रही है, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिली है. पुलिस झारखंड के कई जिलों में कार्रवाई कर रही है.

मम्मी, पापा कब आयेंगे?

ज्योति बसु के दो बेटे हैं- नौ वर्षीय प्रिंस व पांच वर्षीय राज. मंगलवार से अपने पापा को नहीं देख कर ज्योति बसु का नौ वर्षीय बेटा प्रिंस अपनी मम्मी रेणु देवी से बार-बार एक ही सवाल कर रहा है कि पापा कब आयेंगे? कहा गये हैं? कुछ तो बोलो मम्मी. बेटे के दन सवालों को सुन कर रेणु देवी का आंखें भर आती है. अन्य परिजन एवं गांव के लोग व्यवसायी के बेटे को समझा-बुझा कर शांत कराते हैं. घटना के दिन से परिवार के लोगों ने ठीक ढंग से खाना तक नहीं खाया है. ज्योति बसु की मां 65 वर्षीय शारदा देवी का रो-रो कर बुरा हाल है. शारदा देवी की मां के करुणामयी शब्द सुन कर गांववालों का दिल भर आता है.

गांव के लोगों ने बताया कि ज्योति बसु बहुत ही शांत प्रवृत्ति का इनसान हैं. वह अपने व्यवहार से सबों का मन मोह लेते हैं. उनका कोई दुश्मन भी होगा ऐसा अनुमान भी नहीं था. गौरतलब है कि मंगलवार की शाम सीमेंट व्यवसायी ज्योति बसु उर्फ छोटू कुमार अपने गांव के ही शिक्षक संजय कुमार के साथ बहेरा गांव जा रहे थे कि लब्जी नदी के पास बाइक सवार अज्ञात अपराधियों ने ज्योति का अपहरण कर रानीगंज की ओर ले गये और शिक्षक को मारपीट कर छोड़ दिया था.

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