संघ के महासचिव ध्रुव प्रसाद ने कहा कि यह फैसला लिया गया है कि हमलावारों को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो शुक्रवार को सारे कर्मी कार्य का बहिष्कार करेंगे. इसमें सचिवालय सेवा संघ के साथ ही निजी सहायक संघ, लिपिकीय संघ आदि भी शामिल रहेंगे. इसके बाद संघ ने मुख्य सचिव व गृह सचिव के नाम मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा.
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गृह विभाग के अफसर को गोली मारी
रांची : गृह विभाग के प्रशाखा पदाधिकारी मनोज कुमार पर जानलेवा हमले के तुरंत बाद सचिवालयकर्मी प्रोजेक्ट भवन सचिवालय में जमा हो गये. नेपाल हाउस, एफएफपी बिल्डिंग सहित अन्य सचिवालय भवनों से कर्मी यहां पहुंचे. सभी ने घटना का विरोध किया. मौके पर झारखंड सचिवालय सेवा संघ ने बैठक कर अपराधियों को तत्काल गिरफ्तार करने […]
रांची : गृह विभाग के प्रशाखा पदाधिकारी मनोज कुमार पर जानलेवा हमले के तुरंत बाद सचिवालयकर्मी प्रोजेक्ट भवन सचिवालय में जमा हो गये. नेपाल हाउस, एफएफपी बिल्डिंग सहित अन्य सचिवालय भवनों से कर्मी यहां पहुंचे. सभी ने घटना का विरोध किया. मौके पर झारखंड सचिवालय सेवा संघ ने बैठक कर अपराधियों को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की. साथ ही घायल मनोज कुमार के बेहतर इलाज की मांग रखी.
मनोज कुमार का लीवर क्षतिग्रस्त
रांची. गृह विभाग के प्रशाखा पदाधिकारी मनोज कुमार की स्थिति समाचार लिखे जाने तक गंभीर बनी हुई है. मेडिका अस्पताल के में उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया है. डॉ मेजर रमेश व डॉ आसिफ ने उनके पेट का ऑपरेशन कर गोली निकाल दी है. मेडिका के कार्यकारी निदेशक डॉ विजय मिश्रा ने बताया कि गोली लगने से उनका लीवर क्षतिग्रस्त हो गया है. पेट के अन्य हिस्सों को भी नुकसान पहुंचा है. बांये फेफड़े का निचला हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया है. ऑपरेशन कर क्षतिग्रस्त हिस्से को ठीक किया गया है, लेकिन खतरा अब भी बना हुआ है. जानकारी के मुताबिक गोली लगने के बाद दो घंटे के भीतर मनोज कुमार को मेडिका अस्पताल पहुंचाया गया. मेडिका अस्पताल के चिकित्सकों के मुताबिक अगर मनोज कुमार को लाने में और ज्यादा देर होती, तो उन्हें बचाना मुश्किल था.
गृह सचिव ने अफसरों को िदया निर्देश
रांची. गृह विभाग के प्रशाखा पदाधिकारी को अपराधियों द्वारा गोली मारे जाने की घटना के बाद गृह सचिव एनएन पांडेय ने गुरुवार को उच्चस्तरीय बैठक की. शहर में दिन-दहाड़े हाई सिक्यूरिटी जोन और भीड़भाड़ वाले इलाकों में हो रहे आपराधिक वारदातों को लेकर उन्होंने चिंता जतायी. उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कहा कि हाई सिक्यूरिटी जोन में इस तरह की घटनाओं गंभीर बात है. आपराधिक घटनाओं पर हर हाल में रोक लगे. सीआरपीसी के प्रावधानों के तहत अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करें. यदि कोई घटना होती है, तो उसमें शामिल अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करें. बैठक में डीजीपी डीके पांडेय, एडीजी अभियान एसएन प्रधान, रांची प्रमंडल के आयुक्त केके खंडेलवाल, रांची रेंज के डीआइजी अरुण कुमार, डीसी मनोज कुमार, सिटी एसपी जया राय, ग्रामीण एसपी आरके लकड़ा, ट्रैफिक एसपी उपस्थित थे.
सीआइडी ने शुरू की मामले की जांच
रांची. धुर्वा गोलचक्कर के पास गृह विभाग के प्रशाखा पदाधिकारी मनोज कुमार को गोली मारे जाने की जांच सीआइडी ने भी शुरू कर दी है़ मनोज को मेडिका में भरती कराये जाने की सूचना पर सीआइडी इंस्पेक्टर मदन मोहन सिंह टीम के अन्य सदस्यों के साथ अस्पाल पहुंचे और मनोज कुमार का बयान लिया़ फिलहाल सीआइडी के अधिकारी भी जांच में घटना की वजह और अपराधियों के बारे जानकारी एकत्र नहीं कर पाये हैं. सीआइडी के अधिकारी मामले की जांच गहराई से जांच कर रहे हैं.
इधर, मनोज कुमार की स्थिति जानने के लिए दिन भर सचिवालय कर्मियों की भीड़ मेडिका अस्पताल में लगी रही़ मनोज की स्थित के बारे जानने के लिए गृह विभाग के भी कई अधिकारी पहुंचे़ अधिकारी आपस में चर्चा कर रहे थे कि मनोज कुमार अच्छे आदमी है़ं उनसे किसी की क्या दुश्मनी हो सकती है़ क्या कारण है कि उन्हें गोली मारी गयी़
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