पुणे : सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने पुणे स्थित भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान की जमीनी स्थिति के आकलन के लिए भारत के समाचारपत्रों के पंजीयक एस एम खान की अगुवाई में एक तीन सदस्यीय टीम बनायी है जो आज स्थिति का जायजा लेने एफटीआईआई पहुंचेगी.
बुधवार को इस संबंध में जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि खान और दो अन्य अधिकारी एफटीआईआई का दौरा करेंगे जहां विद्यार्थी गजेंद्र चौहान को अध्यक्ष नियुक्त किये जाने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. उसके बाद यह समिति सरकार को अपनी रिपोर्ट देगी. लेकिन सरकार के सूत्रों के अनुसार सरकार अपना निर्णय नहीं बदलने वाली है, क्योंकि ऐसा करने से गलत परंपरा की शुरुआत होगी और सरकार पर किसी भी निर्णय को बदलने के लिए दबाव बनाया जा सकेगा.
वहीं दूसरी ओर एफटीआईआई के निदेशक प्रशांत पथरबे ने बुधवार को मीडिया से बात की और अपना पक्ष स्पष्ट किया. पथरबे ने मीडिया को बताया कि सोमवार की रात संस्थान के विद्यार्थियों ने उन्हें 8-10 घंटे कैद करके रखा. उन्होंने कहा था कि वे छह लोग बातचीत के लिए आयेंगे, लेकिन वे 40-50 आयेऔर मुझपर दबाव बनाया, उनसे बातचीत के अलावा मेरे पास कोई दूसरा चारा नहीं था.
आपको बता दें कि मंगलवार देर रात कैंपस से पांच छात्रों को गिरफ्तार किये जाने के बाद हंगामा बढ़ गया है. इस गिरफ्तारी का कई पार्टियों ने विरोध किया साथ ही बॉलीवुड के भी कई हस्तियों ने इस गिरफ्तारी को गलत बताया.