नयी दिल्ली : आमतौर पर झील सी गहराई वाली आंखों की उपमा फिल्मों में अभिनेत्रियों के लिए दी जाती है लेकिन अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दिकी की आंखों में समाई गंभीर गहराई ने फिल्मकार केतन मेहता को उनकी आने वाली फिल्म ‘मांझी- द माउंटेन मैन’ में उन्हें मुख्य किरदार में लेने के लिए बाध्य कर दिया.
‘मांझी- द माउंटेन मैन’ बिहार के दशरथ मांझी के जीवन पर आधारित है. गया जिले के गेहलौर गांव के मांझी को आम लोग ‘माउंटेन मैन’ के तौर ही जानते हैं. मेहता ने कहा कि उन्होंने सिद्दिकी की फिल्में देखकर यह निर्णय लिया कि मांझी की दास्तां को बयां करने के लिए वह एकदम सही रहेंगे.
उन्होंने कहा, ‘ फिल्म की पटकथा लिखने के बाद मेरे जेहन में नवाजुद्दीन का नाम आया. वह एक उम्दा अभिनेता हैं और मांझी के किरदार के लिए उनकी कदकाठी भी ठीक है. जिस पल मैं उनसे मिला उसी समय मुझे लगा कि इस किरदार के लिए वह एकदम सही रहेंगे.’
केतन मेहता ने बताया,’ मैंने उनकी कुछ पहले की फिल्में देखीं और सोचा कि यहां हमारे पास एक अनोखा अभिनेता है. यहां तक कि छोटे से किरदार में भी वह एकदम उभर कर आते हैं. ‘कहानी’ में उनके पास एक मजबूत भूमिका थी और इसके लिए उन्होंने बहुत मेहनत की थी और वह बिल्कुल अविश्वसनीय है. उनकी आंखों की गहराई को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.’
‘मांझी- द माउंटेन मैन’ में ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ के 41 वर्षीय सिद्दीकी दशरथ मांझी का मुख्य किरदार निभा रहे हैं. मांझी ने अपनी पत्नी की याद में मात्र छेनी-हथौडा के सहारे पहाड को काटकर एक रास्ता बना दिया था. इलाज में कमी के चलते मांझी की पत्नी की मौत हो गई थी क्योंकि पहाड की वजह से पास के अस्पताल तक पहुंचने में बहुत समय लगता था.
मेहता इससे पहले ऐसे ही वास्तविक जीवन के नायक को लेकर ‘मंगल पांडे’ फिल्म बना चुके हैं. ‘मांझी’ में अभिनेत्री राधिका आप्टे ने मांझी की पत्नी का किरदार अदा किया है. यह फिल्म इसी शुक्रवार को रिलीज हो रही है.