पुणे : फिल्म एंड टेलिविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (एफटीआईआई) के कैंपस से आधी रात पुणे पुलिस ने 17 नामजद छात्रों में से 5 को गैरजमानती धाराओं के तहत गिरफ्तार कर लिया जिसके बाद छात्र सकते में आ गये हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस कैंपस के हॉस्टल में करीब 1:15 बजे पहुंची और छात्रों को गिरफ्तार किया.
पुलिस ने छात्रों पर सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप लगाया है साथ ही उनपर गैरकानूनी रूप से इकट्ठा होने समेत कई गंभीर आरोप लगाए हैं. बताया जाता है कि केवल पांच नामजद छात्र ही उस वक्त कैंपस में मौजूद थे. संस्थान के डायरेक्टर प्रशांत पाथराबे की शिकायत के बाद डेक्कन पुलिस थाने में छात्रों के खिलाफ आईपीसी की धारा 353 के तहत केस दर्ज कराया गया है. यह गैरजमानती है.
नामजद छात्रों में तीन लड़कियां भी
बताया जा रहा है कि नामजद छात्रों में तीन लड़कियां भी शामिल हैं हालांकि उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है. पुलिस ने 40 छात्रों के खिलाफ केस दर्ज किया है. छात्रों की गिरफ्तारी के बाद डेक्कन पुलिस थाना परिसर में बड़ी संख्या में छात्र और कुछ फैकल्टी मेंबर्स इक्ट्ठा हो गए और गिरफ्तारी का विरोध किया.
विवाद में कूदे केजरीवाल
इस विवाद में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि इस घटना से मैं सदमे में हूं. मेरे पास छात्रों के लिए एक ऑफर है. उन्होंने कहा कि छात्र दिल्ली में आकर अपना कैंपस चला सकते हैं.केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि एक अंतरराष्ट्रीय संस्था को सरकार के गलत निर्णय के कारण आघात लग रहा है. उन्होंने लिखा कि छात्र चाहे तो दिल्ली में आकर अपना कैंपस चला सकते हैं, यदि इसके लिए केंद्र सरकार सहमत हो तो.वहीं आप नेता आशुतोष ने कहा कि हम भारतीयों के लिए यह शर्म की बात होगी यदि गजेंद्र चौहान पद पर कायम रहते हैं. गजेंद्र को खुद अपने पद का त्याग कर देना चाहिए.
क्या है मामला
आपको बता दें कि पिछले 2 महीने से पुणे एफटीआईआई के छात्र संस्थान के नए चेयरमैन गजेंद्र चौहान के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्र चाहते हैं कि उन्हें इस पद से हटाया जाए. छात्रों का कहना है कि गजेंद्र की नियुक्ति बीजेपी-आरएसएस से उनके संबंध की वजह से हुई है.