मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में सूखे का साया मंडरा रहा है. अगले कुछ समय तक बारिश नहीं आने की आशंका है. मॉनसून दक्षिण दिशा की तरफ खिसक चुका है. किसानों की चिंता देख मैं खुद चिंतित हूं. खेतों में खड़ी फसलों को सरकार हर हाल में बचाने का प्रयास करेगी.
सीएम ने कहा कि जिस गांव में बिजली आपूर्ति की व्यवस्था है, वहां खेतों में सिंचाई के लिए 12 से 14 घंटे बिजली दी जायेगी. किसानों को सरकार पांच-पांच बार पटवन के लिए डीजल अनुदान की राशि दे रही है. इसके बावजूद खेतों में पटवन के लिए आवश्यकता पड़ी, तो राशि को और बढ़ाया जायेगा.
सीएम ने कहा कि मॉनसून को देख डीजल अनुदान की राशि भी बढ़ा दी गयी है. अब प्रति एकड़ 1500 रुपये किसानों को पटवन के लिए अनुदान की राशि दी जा रही है. सूखाग्रस्त इलाके का सरकार सर्वे करायेगी. पीड़ित क्षेत्र के किसानों को मुआवजा की राशि दी जायेगी. नीतीश कुमार ने कहा कि इस आपदा से सरकार निबटने के लिए पूरी तैयारी कर रही है.
राज्य के खजाने पर आपदा पीड़ितों का सबसे पहला हक होगा. उन्होंने अपील करते हुए कहा कि किसी भी तरह की आपदा हो, हम सब को मिल कर सहयोग करना चाहिए. सीएम ने कहा कि राज्य के उन जिलों का सर्वे कराया जा रहा है,
जहां सूखे का साया मंडराने लगा है. इस मौके पर प्रभारी मंत्री अवधेश सिंह कुशवाहा, डीएम राहुल कुमार, एसपी निताशा गुरिया, अपर समाहर्ता जयनारायण झा, डीडीसी सुनील कुमार, विधायक मंजीत सिंह, रामसेवक सिंह, जिप अध्यक्ष चंदा सिंह, पूर्व विधान पार्षद सुनील सिंह, जिलाध्यक्ष सदानंद सिंह आदि मौजूद थे.