नयी दिल्ली :एक ओर जहां आज एक्स सर्विसमैन ने जंतर मंतर पर वन रैंक वन पेंशन की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर धरना दिया, वहीं दूसरी ओर सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लालकिले से अपने संबोधन में इसका एलान कर सकते हैं. उधर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी आज ट्विट कर यह उम्मीद प्रकट की है कि प्रधानमंत्री कल लाल किले से इसका एलान कर दें.
जंतर-मंतर पर ‘वन रैंक वन पेंशन’ की मांग करते हुए धरना दे रहे पूर्व सैनिकों को आज पुलिस ने वहां से हटा दिया. 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के कारण उन्हें वहां से हटाया गया है. हालांकि 25 सैनिकों को जो वहां पिछले 61 दिनों से धरने पर बैठे हैं , नहीं हटाया गया है. ‘वन रैंक वन पेंशन’ की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे सैनिकों को जिस तरह बल पूर्वक हटाया गया, उससे पूर्व सैनिकों में तो रोष है ही, राजनीति भी शुरू हो गयी है. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने सरकार के रवैये का विरोध किया है.
दोपहर सवा दो बजे के आसपास जब कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी वहां धरना का समर्थन करने पहुंचे तो पहले तो उन्हें मंच पर जाने से रोक दिया. फिर राहुल गांधी वापस जाओ के नारे लगने शुरू हो गये. राहुल गांधी ने इस दौरान मीडिया से कहा कि इन पूर्व सैनिकों को हटाया नहीं जाना चाहिए और इनकी मांग पर सरकार को गंभीरता से विचार करना चाहिए.
पूर्व सैनिकों ने कहा कि हमें कोई सूचना नहीं दी गयी थी कि जंतर-मंतर पर धरना नहीं देना है. एक पूर्व सैनिक ने बताया कि सरकार के इस कृत्य से पूर्व सैनिकों का मनोबल गिरा है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार हमें गिरफ्तार करती है, तो भी हम जेल से अपना आंदोलन जारी रखेंगे.
कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आज कहा कि प्रधानमंत्री ने ‘वन रैंक वन पेंशन’ का वादा किया था और अब वह इस तरह का व्यवहार पूर्व सैनिकों के साथ कर रही है. उन्हें इसके लिए पूर्व सैनिकों से माफी मांगनी चाहिए. हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर हुड्डा ने पूर्व सैनिकों के धरना में शिरकत भी की. अब सूत्रों से ऐसी खबरें आ रही हैं कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी जंतर-मंतर पर पहुंचेंगे और पूर्व सैनिकों के आंदोलन का हिस्सा बनेंगे.