24.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

संसद नहीं चलने व जीएसटी बिल अटकने का ठिकरा भाजपा ने कांग्रेस के सिर फोडा

नयी दिल्ली :संसद के मॉनसून सत्र के पूरी तरह से बर्बाद हो जाने के बाद सत्ताधारी भाजपा ने लोकतंत्र बचाओ मार्च निकाला है. इस मॉर्च के माध्यम से भाजपा जहां कांग्रेस पर वार कर रही हैं, वही वह कांग्रेस के मत्थे रणनीतिक रूप से यह दोष मढ रही है कि उसने संसद सत्र को बर्बाद […]

नयी दिल्ली :संसद के मॉनसून सत्र के पूरी तरह से बर्बाद हो जाने के बाद सत्ताधारी भाजपा ने लोकतंत्र बचाओ मार्च निकाला है. इस मॉर्च के माध्यम से भाजपा जहां कांग्रेस पर वार कर रही हैं, वही वह कांग्रेस के मत्थे रणनीतिक रूप से यह दोष मढ रही है कि उसने संसद सत्र को बर्बाद कर दिया. सत्ताधारी सांसद व मंत्री संसद मॉर्च से निकल कर विजय चौक होते हुए राष्ट्रपति भवन तक जा रहा है. इस मॉर्च में दिग्गज भाजपाई लालकृष्ण आडवाणी, वेंकैया नायडू, रविशंकर प्रसाद, जितेंद्र सिंह, स्मृति ईरानी, वीरेंद्र सिंह सहित दर्जनों मंत्री व सांसद शामिल हुए हैं.वहीं, भाजपा संसदीय दल की बैठक में कांग्रेस के रवैये पर प्रधानमंत्री ने कहा कि वह घबरायी हुई है और उसका यह व्यवहार इमरजेंसी जैसा है. उन्होंने अपने सांसदों से कांग्रेस के खिलाफ क्षेत्र में जन जागरण करने का भी आहवान किया.

उल्लेखनीय है कि संसद का मॉनसून सत्र आज खत्म हो गया. दोपहर साढे 12 बजे से कुछ मिनट पहले दोनों सदन राज्यसभा व लोकसभा की कार्यवाही को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गयी. सरकार ने देश में आर्थिक सुधारों को रफ्तार देने के लिए लाये जाने वाले जीएसटी बिल को पारित करवाने के लिए विशेष सत्र का विकल्प खुला रखा है.

भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए ने संसद के इस सत्र में कोई कामकाज नहीं होने के विरोध में कांग्रेस के खिलाफ सेव डेमोक्रेसी मॉर्च की शुरुआत की है. इसमें भाजपा-एनडीए के तमाम सांसद व केंद्रीय मंत्री शामिल हो रहे हैं. इस मार्च में शामिल हुए ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र सिंह ने कहा कि लोकतंत्र को बचाने के लिए यह मार्च निकाला गया है. वहीं, किरण खेर ने कहा कि कांग्रेस ने तमाश बनाकर रख दिया है, उसके विरोध में हमारा यह मार्च है. भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कांग्रेस का इमरजेंसी का इतिहास रहा है और उसने संसद नहीं चलने दिया, इसलिए हम इस मार्च पर निकले हैं. यह मार्च संसद भवन से विजय चौक होते हुए राष्ट्रपति भवन तक जायेगा.

उधर, प्रधानमंत्री ने कांग्रेस के रवैये पर हमला बोला है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में कांग्रेस के रवैये की तुलना इमरजेंसी के दिनों से की है. प्रधानमंत्री ने कहा है कि हम देश को बचाने की कोशिश कर रहे हैं और कांग्रेस एक परिवार को बचाने की कोशिश कर रही है. प्रधानमंत्री ने भाजपा संसदीय दल को संबोधित करते हुए यह बात कही. प्रधानमंत्री ने भाजपा सांसदों से अपील की कि आप क्षेत्र में जाकर जनता को यह बात बतायें. उन्होंने कहा कि सरकार देश के आम आदमी तक लाभ पहुंचाना चाहती है, लेकिन कांग्रेस ऐसा नहीं होने देना चाहती है.

उधर, राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, एनसीपी के सांसद आज भी संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के समक्ष धरने पर बैठ गये. वे पीएम के संसद में नहीं आने पर सवाल उठा रहे हैं. राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री संसद नहीं आते हैं. उन्होंने कहा कि अरुण जेटली व सुषमा स्वराज ब्लैक मनी को सेव कर रहे हैं. राहुल ने यह भी कहा कि आरएसएस व भाजपा ने व्यापमं घोटाला किया है. उन्होंने कहा कि मेरे पिता स्वर्गीय राजीव गांधी को कोर्ट ने क्लिन चीट दे दी है, फिर भी ये 30 साल से उन पर आरोप लगा रहे हैं.
भाजपा के प्रोटेस्ट मार्च में दिग्गजों ने क्या बोला
जनहित का काम विपक्षी कांग्रेस ने नहीं होने दिया. इसलिए हम प्रोटेस्ट मार्च पर निकले हैं : जीतेंद्र सिंह, पीएमओ में राज्यमंत्री
कांग्रेस का सिद्धांत है कि हम कुर्सी पर रहें तो ठीक, नहीं तो संसद चलने नहीं देंगे. उन्होंने जीएसटी बिल पास नहीं होने दिया. हम देश के विकास के लिए संकल्पित हैं : रविशंकर प्रसाद, केंद्रीय संचार मंत्री
परिवार का सूरज ढल चुका है, कांग्रेस ने 55 साल तक देश पर शासन किया, लेकिन उसने गरीबी को दूर नहीं किया. हमारी सरकार गरीबी दूर करने के लिए संकल्पित है : स्मृति ईरानी, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री
कांग्रेस की जो मानसिकता दिखी, शायद देश के इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं दिखा : राजीव प्रताप रूडी, केंद्रीय राज्यमंत्री
कांग्रेस सत्ता को अपना जन्मसिद्ध अधिकार मानती है. कांग्रेस देश में एक परिवार का राज चाहती है : साक्षी महाराज, भाजपा सांसद

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें