नयी दिल्ली :संसद के मॉनसून सत्र के पूरी तरह से बर्बाद हो जाने के बाद सत्ताधारी भाजपा ने लोकतंत्र बचाओ मार्च निकाला है. इस मॉर्च के माध्यम से भाजपा जहां कांग्रेस पर वार कर रही हैं, वही वह कांग्रेस के मत्थे रणनीतिक रूप से यह दोष मढ रही है कि उसने संसद सत्र को बर्बाद कर दिया. सत्ताधारी सांसद व मंत्री संसद मॉर्च से निकल कर विजय चौक होते हुए राष्ट्रपति भवन तक जा रहा है. इस मॉर्च में दिग्गज भाजपाई लालकृष्ण आडवाणी, वेंकैया नायडू, रविशंकर प्रसाद, जितेंद्र सिंह, स्मृति ईरानी, वीरेंद्र सिंह सहित दर्जनों मंत्री व सांसद शामिल हुए हैं.वहीं, भाजपा संसदीय दल की बैठक में कांग्रेस के रवैये पर प्रधानमंत्री ने कहा कि वह घबरायी हुई है और उसका यह व्यवहार इमरजेंसी जैसा है. उन्होंने अपने सांसदों से कांग्रेस के खिलाफ क्षेत्र में जन जागरण करने का भी आहवान किया.
भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए ने संसद के इस सत्र में कोई कामकाज नहीं होने के विरोध में कांग्रेस के खिलाफ सेव डेमोक्रेसी मॉर्च की शुरुआत की है. इसमें भाजपा-एनडीए के तमाम सांसद व केंद्रीय मंत्री शामिल हो रहे हैं. इस मार्च में शामिल हुए ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र सिंह ने कहा कि लोकतंत्र को बचाने के लिए यह मार्च निकाला गया है. वहीं, किरण खेर ने कहा कि कांग्रेस ने तमाश बनाकर रख दिया है, उसके विरोध में हमारा यह मार्च है. भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कांग्रेस का इमरजेंसी का इतिहास रहा है और उसने संसद नहीं चलने दिया, इसलिए हम इस मार्च पर निकले हैं. यह मार्च संसद भवन से विजय चौक होते हुए राष्ट्रपति भवन तक जायेगा.
उधर, प्रधानमंत्री ने कांग्रेस के रवैये पर हमला बोला है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में कांग्रेस के रवैये की तुलना इमरजेंसी के दिनों से की है. प्रधानमंत्री ने कहा है कि हम देश को बचाने की कोशिश कर रहे हैं और कांग्रेस एक परिवार को बचाने की कोशिश कर रही है. प्रधानमंत्री ने भाजपा संसदीय दल को संबोधित करते हुए यह बात कही. प्रधानमंत्री ने भाजपा सांसदों से अपील की कि आप क्षेत्र में जाकर जनता को यह बात बतायें. उन्होंने कहा कि सरकार देश के आम आदमी तक लाभ पहुंचाना चाहती है, लेकिन कांग्रेस ऐसा नहीं होने देना चाहती है.