मुंबई : महाराष्ट्र की ग्रामीण विकास मंत्री पंकजा मुंडे एक बार फिर विवादों में आ गयीं हैं. इस बार विवाद का कारण उनकी चप्पल है. बताया जा रहा है कि पंकजा जब अपने प्रदेश के सूखाग्रस्त इलाकों के दौरे पर गईं थीं, उस समय उन्होंने अपनी चप्पल एक कर्मचारी से उठवायी हालांकि इस विवाद से पंकजा मुंडे ने किनारा किया है. उन्होंने कहा कि उनकी चप्पल उठाने वाला उनके घर का नौकर है. पंकजा ने अपना बचाव करते हुए कहा कि चप्पल उठाने वाला कोई सरकारी कर्मचारी नहीं है बल्कि उनका निजी कर्मचारी था. आपको बता दें कि इससे पहले पंकजा का नाम चिक्की घोटाले में आ चुका है.
मीडिया पर फूटा पंकजा का गुस्सा
इस खबर के चर्चा में आने के बाद पंकजा मुंडे का गुस्सा मीडिया पर फूटा. उन्होंने कहा कि मीडिया ने देखा कि मैंने चप्पल उतारी जिसे मेरे कर्मचारी ने उठाया. लेकिन मीडिया को यह नहीं दिखा कि मैं नंगे पांव चली जिसमें मुझे कितनी तकलीफ हुई? उन्होंने कहा कि फिसलन भरी सड़क देखकर मैंने स्वभाविक रुप से अपनी चप्पल उतार दी. मुझे तो यह भी पता नहीं था कि किसी ने पीछे से मेरे चप्पल उठाए.
क्या है मामला
पंकजा मुंडे अपने प्रदेश के सूखाग्रस्त इलाकों का दौरा कर रहीं थीं. उस समय परभानी जिले के सोनपेठ के पास किचड़ और फिसलने वाली जगह होने के कारण उन्होंने अपनी चप्पल उतार दी. चप्पल ऊतार कर वह नंगे पांव आगे बढ़ गईं जबकि पीछे से आये एक युवक ने उनके चप्पलों को उठाया जिसे पंकजा ने अपने घर का निजी कर्मचारी बताया है.