Advertisement
लुइस बर्जर रिश्वतखोरी का मामला : हवाला ऑपरेटर सोनी गोवा के जुआघरों की भी कर रहा था वित्तपोषण
पणजी : लुइस बर्जर रिश्वत मामले के आरोपियों में से एक संदिग्ध हवाला ऑपरेटर रायचंद सोनी कथित तौर पर गोवा में कुछ जुआघरों का भी वित्तपोषण कर रहा था. अपराध शाखा ने यह बात यहां एक अदालत को बताई. गोवा पुलिस पिछले हफ्ते गिरफ्तार किए गए सोनी से वह धन उपलब्ध कराए जाने के बारे […]
पणजी : लुइस बर्जर रिश्वत मामले के आरोपियों में से एक संदिग्ध हवाला ऑपरेटर रायचंद सोनी कथित तौर पर गोवा में कुछ जुआघरों का भी वित्तपोषण कर रहा था. अपराध शाखा ने यह बात यहां एक अदालत को बताई. गोवा पुलिस पिछले हफ्ते गिरफ्तार किए गए सोनी से वह धन उपलब्ध कराए जाने के बारे में पूछताछ कर रही है जो पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत और राज्य के तत्कालीन लोकनिर्माण मंत्री चर्चिल अलेमाओ को रिश्वत के रुप में दिया जाना था. विशेष लोक अभियोजक जीडी किर्तनी ने कल जमानत याचिका का विरोध करते हुए न्यायाधीश से कहा, जुआघर उसके (सोनी) पैसे से चल रहे हैं.
वह गोवा में कई कैसिनो जुआरियों की वित्तीय मदद करता है. अभियोजन ने सीआरपीसी की धारा 164 के तहत न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष दर्ज उसके इस इकबालिया बयान का भी उल्लेख किया कि उसने 2009-11 में हवाला लेनदेन के जरिए पणजी में अपनी दुकान पर लुइस बर्जर के पूर्व कर्मियों को 1.75 करोड रुपये का भुगतान किया था. जिला अदालत ने सोनी की हिरासत कल तीन दिन के लिए बढा दी.
सोनी के वकील ने कहा, मैंने शाह को किस्तों में बडी राशि दी थी जो मैंने वापस ले ली. अपराध शाखा के पास हवाला लेनदेन का कोई सबूत नहीं है, क्योंकि मैं इस अवैध काम में शामिल नहीं हूं. गोवा में जेआईसीए सहायता प्राप्त परियोजना के प्रमुख आनंद वाचासुंदर ने एक अदालत के समक्ष दावा किया कि वह कामत और अलेमाओ को रिश्वत दिए जाने का गवाह है. वाचासुंदर ने मजिस्ट्रेट के समक्ष इस बारे में सिलसिलेवार ब्योरा दिया कि रिश्वत किस तरह से दी गई थी, यह कहां दी गई थी और इन दोनों मंत्रियों को कितना धन दिया गया था. अपराध शाखा ने पूर्व में अदालत को बताया था कि कामत ने अमेरिका आधारित फर्म को सौदे की मंजूरी देने के लिए यहां अपने सरकारी आवास पर कथित तौर पर रिश्वत स्वीकार की थी. अदालत में अपराध शाखा ने यह दावा न्यूजर्सी आधारित मैनेजमेंट कंसल्टैंसी फर्म के एक पूर्व कर्मी के इकबालिया बयान के आधार पर किया. इस फर्म को तब ठेका मिला जब कामत राज्य में कांग्रेस नीत सरकार के प्रमुख थे. अपराध शाखा ने मामले के संबंध में अलेमाओ को पिछले हफ्ते गिरफ्तार किया था. कामत से जांचकर्ताओं ने पूछताछ की थी. इसके बाद उन्होंने अग्रिम जमानत के लिए याचिका दायर की थी जिसका पुलिस ने विरोध किया.
अमेरिका आधारित कंपनी ने जेआईसीए सहायता प्राप्त परियोजना के लिए कंसल्टैंसी ठेका हासिल करने के लिए एक भारतीय मंत्री को रिश्वत देने की बात स्वीकार की है. अपराध शाखा ने आरोप लगाया है कि कामत और अलेमाओ यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे थे कि समूची परियोजना उनके नियंत्रण में रहे. वाचासुंदर सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर चुकी अपराध शाखा अब कंसल्टैंसी कार्य के ठेके से संबंधित महत्वपूर्ण फाइलों को ढूंढ रही है. इस बीच, गोवा अपराध शाखा ने आज दिगंबर कामत को एक स्थानीय अदालत में उनकी अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई से पहले तलब किया है. अपराध शाखा ने पुष्टि की कि कामत को यहां से 10 किलोमीटर दूर रिबंदर स्थित इसके कार्यालय में दोपहर के समय बुलाया गया है और उनसे मामले में पूछताछ किए जाने की संभावना है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement