कोलकाता : भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) ने अपने पूर्व छात्रों को नयी चीजों के अध्ययन और युवा छात्रों को पढाने के लिए एक बार फिर कक्षाओं में आने को कहा है. संकाय की कमी का सामना कर रहे आइआइटी ने कई विशिष्ट पूर्व छात्र संकाय योजनाएं शुरू की है, जिनमें पूर्व छात्रों को अपनी मातृसंस्था में कुछ समय के लिए पढाने की अनुमति होगी.
आइआइटी खडगपुर के पूर्व छात्र एवं अंतरराष्ट्रीय संबंधों के डीन प्रोफेसर सिद्धार्थ मुखोपाध्याय ने कहा, ‘हम चाहते हैं कि हमारे पूर्व अव्वल छात्र थोडे समय के लिए कुछ कक्षाएं लेने के लिए फिर से आइआइटी आएं. कुछ निश्चित विषयों पर वे छात्रों को दिशा दिखा सकते हैं, जो हम नहीं दे सकते. वे कक्षा में नयापन ला सकते हैं.’
उन्होंने यह स्वीकार किया कि इस तरह के नये कदम से आइआइटी में संकाय की कमी को दूर करने में भी मदद मिलेगी. आइआइटी खडगपुर के निदेशक पार्थ प्रतिम चक्रवर्ती ने बताया कि संस्थान देश के पांच-छह शहरों में अपना विस्तारित केंद्र खोलेगा.
इससे वैसे पूर्व छात्र जिनके लिए तीन घंटे का सफर तय कर कोलकाता आना संभव नहीं होगा, वे वहीं पर शैक्षणिक और पठन-पाठन संबंधी दोनों काम कर सकेंगे और इस तरह का पहला केंद्र बेंगलूरु में अगले साल तक खुलने की संभावना है. इसके बाद जल्द ही कोलकाता, भुवनेश्वर, दिल्ली, मुंबई और हैदराबाद में भी ऐसे केंद्र खोले जाएंगे.
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