बेंगलूरु : फिल्म निर्देशक केतन मेहता का कहना है कि उनकी आगामी फिल्म ‘मांझी-द माउंटैन मैन’ बनाने के लिए इसलिए प्रेरित हुए क्योंकि वह उस शख्स की कहानी पर्दे पर बयां करना चाहते थे जिसने अपनी पत्नी के प्यार में केवल एक छेनी और हथोडे की मदद से पहाड में से रास्ता बना दिया.
मेहता ने कहा, ‘ मेरे लिए मांझी मिस्टर इंडिया हैं. मेरे लिए यह हमारी सभी समस्याओं का जवाब है. अंतर केवल इतना है कि वह वास्तविक हैं, काल्पनिक पात्र नहीं हैं, जो इस कहावत को सही साबित करते हैं कि कुछ भी असंभव नहीं है.’ फिल्म में मांझी का किरदार अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दिकी और उनका पत्नी का किरदार अभिनेत्री राधिका आप्टे ने निभाया है.
फिल्म 21 अगस्त को रिलीज होगी जो बिहार के गहलौर गांव के रहने वाले मांझी की जिंदगी पर बनी है. श्रमिक मांझी ने अकेले मेहनत करके एक पहाड के बीच में से रास्ता बना दिया ताकि स्थानीय लोग जल्दी से अस्पताल तक पहुंच सकें. उनकी पत्नी की मौत सही समय पर इलाज नहीं हो पाने की वजह से हो गयी थी.
भारतीय प्रबंध संस्थान, बेंगलूर द्वारा आयोजित एक उद्यमी सम्मेलन में मेहता ने कहा कि यह उनके सामने आई सबसे प्रेरणादायी और अद्भुत कहानी थी. उन्होंने कहा, ‘ इसलिए मैंने यह फिल्म बनाई ताकि उन कई लोगों के साथ इस बात को साझा कर सकूं जो इस तरह काम कर सकते हैं.’
मांझी के किरदार को निभाने के संदर्भ में अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि कहानी उन्हें अपने करीब लगी क्योंकि उन्होंने भी खुद को लोकप्रिय अभिनेता के तौर पर स्थापित करने के लिए 15 साल तक संघर्ष किया है. उन्होंने कहा, ‘ मुझे फिल्म का यह संवाद पसंद है कि ‘तब तक छोडेंगे नहीं, जब तक तोडेंगे नहीं’ यही मेरा भी अंदाज है.’