पटना: हाईकोर्ट के एक जज ने हाल ही में रिटायर हुये चीफ जस्टिस एल नरसिम्हा रेड्डी को मुगल बादशाह कहकर विवाद खड़ा कर दिया है. आठ साल तक हाईकोर्ट में जज रहे जस्टिस धरणीधर झा ने चीफ जस्टिस के बारे में एक चिट्ठी में लिखा है उनके लिए नियम कुछ मायने ही नहीं रखते थे और वो खुद को जैसे मुगल बादशाह समझते थे. चार पेज की चिट्ठी में उन्होंने साफ किया कि वह मुख्य न्यायाधीश एल नरसिम्हा रेड्डी को दिये जाने वाले विदाई समारोह का हिस्सा नहीं बनेंगे.
एक अंग्रजी दैनिक में छपी खबर के मुताबिक, जज धरणीधर झा ने चीफ जिस्टस के सम्मान में आयोजित रिटायरमेंट फेयरवल पार्टी में भी जाने से इनकार कर दिया. गौर हो कि चीफ जस्टिस नरसिम्हा रेड्डी 31 जुलाई को हाईकोर्ट से रिटायर हुये हैं. बिहार स्टेट बार काउंसिल के चेयरमैन 1 अगस्त को जिस्टस रेड्डी के लिये आयोजित फेयरवल पार्टी में सभी जजों को न्योता भेजा था. झा ने चेयरमैन को लिखित में जवाब दिया, जस्टिस रेड्डी इस लायक नहीं हैं कि मैं उनकी फेयरवल पार्टी का हिस्सा बनूं. जज धरणीधर झा को अगले महीने रिटायर होना हैं. उन्होंने आरोप लगाया जस्टिस रेड्डी नियमों का सम्मान नहीं करते और वो ऐसे जताते हैं, जैसे मुगल बादशाह हों. वहीं, जिस्टस रेड्डी ने झा के आरोपों को निराधार बताया है.