19.3 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

आठ को गरगा पुल जाम करेंगे विधायक

पुल की मरम्मत नहीं होने से क्षुब्ध विधायक ने की घोषणा बोकारो : पुराने गरगा पुल की मरम्मत नहीं होने से आहत बोकारो विधायक बिरंची नारायण आंदोलन के मूड में हैं. उन्होंने घोषणा की है कि अगर सात अगस्त तक पुल की मरम्मत नहीं होती है, तो आठ अगस्त को स्वयं पुल को जाम करेंगे. […]

पुल की मरम्मत नहीं होने से क्षुब्ध विधायक ने की घोषणा
बोकारो : पुराने गरगा पुल की मरम्मत नहीं होने से आहत बोकारो विधायक बिरंची नारायण आंदोलन के मूड में हैं. उन्होंने घोषणा की है कि अगर सात अगस्त तक पुल की मरम्मत नहीं होती है, तो आठ अगस्त को स्वयं पुल को जाम करेंगे. बताते चले कि जिला प्रशासन के आग्रह पर एनएच फोर लेनिंग कर रही दिलीप बिल्डिकॉन ने दो बार पुल मरम्मत का प्रयास किया था, लेकिन तेज बारिश व ट्रैफिक के कारण मरम्मत का लाभ नहीं मिला.
31 जुलाई को विधायक व डीसी ने किया था निरीक्षण : 31 जुलाई को विधायक व डीसी पुराने पुल पर जाकर निरीक्षण किया था. पुल पर जमे पानी को निकालने व गड्ढों को भरने का निर्णय लिया गया था. डीसी ने 30 जुलाई को ही रात्रि में पुल की मरम्मत कराने का आश्वासन दिया था. डीसी ने दिलीप बिल्डिकॉन के प्रोजेक्ट मैनेजर को इस कार्य को करने को कहा था. लेकिन अब तक पुल का मरम्मत नहीं हो सका है.
05 बोक 48- डीसी मनोज कुमार
क्या कहते है डीसी
जिला प्रशासन ने दो बार रात में रिपेयरिंग कराने का प्रयास किया है.पुन: पुल मरम्मति के लिए निर्देश दिया गया है.हेवी ट्राफिक के कारण कार्य में बाधा हो रही है .वहीं विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न नहीं हो इसलिए मरम्मत का काम रात में कराना होगा.जल्द कार्य पूर्ण कर लिया जायगा.
चास : शिक्षक ही समाज में बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं, लेकिन दुख की बात है कि आज शिक्षक ने अपने कर्तव्य को भुला दिया है. नतीजतन समाज में बेहतर शैक्षणिक माहौल नहीं बन पा रहा है. समाज व राष्ट्र को विकसित करने के लिए शिक्षकों को मानसिक रूप से तैयार होना होगा, तभी बेहतर शैक्षणिक माहौल बनाया जा सकता है.
यह बातें डीपीएस बोकारो की निदेशक सह प्राचार्या डा हेमलता एस मोहन ने कही. वह बुधवार को डा राधाकृष्णन कॉलेज ऑफ एजुकेशन चिकसिया चास में आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में बोल रहे थे.
युवा शिक्षण के पेशे से दूर : श्रीमती मोहन ने कहा : निजी शिक्षा संस्थान के बल पर समाज में बेहतर ढंग से शैक्षणिक माहौल बन सकता है. इसके लिए शिक्षकों को बेहतर वेतन देने की जरूरत है. वर्तमान शिक्षा नीति में परिवर्तन लाने की जरूरत है. सरकार भी इस दिशा में प्रयासरत है. भविष्य में शिक्षा नीति में बड़ा परिवर्तन देखने को मिलेगा. आज भाषा के शिक्षकों का काफी अभाव है.
इसके कारण सभी स्कूलों में बेहतर ढंग से भाषा की पढ़ाई नहीं हो रही. आज के युवा शिक्षण के पेशा से दूर भागा रहे हैं, लेकिन यह भूल रहे हैं कि बेहतर युवा शिक्षक नहीं रहेंगे, तो समाज में परिवर्तन नहीं लाया जा सकता है. इसलिए समाज के नवनिर्माण में युवा शिक्षकों को अपने दायित्व को समझना चाहिए.
एजुकेशन अपने दायित्व के प्रति गंभीर : डॉ राधाकृष्णन कॉलेज ऑफ एजुकेशन के अध्यक्ष अनिल कुमार गुप्ता ने कहा : संस्था कम समय में ही बेहतर शैक्षणिक माहौल बनाने में सफल रहा है.
लगातार यहां के विद्यार्थी विश्वविद्यालय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं. ऐसे भी समाज व राष्ट्रहित में इस संस्था की ओर से बेहतर शिक्षक तैयार किये जा रहे हैं. यहां से के कई विद्यार्थी सरकारी व निजी विद्यालयों में सेवारत हैं. डॉ राधाकृष्णन कॉलेज ऑफ एजुकेशन में आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह के अवसर पर कॉलेज के विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया. आदिवासी झूमर नृत्य मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा.
इन छात्रों को किया सम्मानित : सुमन वर्णवाल को बेस्ट स्टूडेंट का पुरस्कार दिया गया. मौके पर बेहतर शैक्षणिक प्रदर्शन के लिए दलजीत कौर, आरती प्रियदर्शनी, नीलकंठ वर्मा, कुमारी अर्चना, प्रियंका कुमारी, कुमारी बेबी, कुमारी भारती, प्रियंका कुमारी, मो रफीक, रीना सिन्हा आदि को भी सम्मानित किया गया.
मौके पर बोकारो एजुकेशन ट्रस्ट अध्यक्ष संजय वैद, मनोज चौधरी, विनय कुमार सिंह, राज कुमार, बोकारो आइटीआइ के प्राचार्य जवाहर साव, प्राचार्य डॉ चित्र श्रीवास्तव, आदर्श विद्या मंदिर के प्राचार्य चिन्मय घोष सहित अन्य कॉलेज कर्मी उपस्थित थे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें