उधमपुर : जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में आज सुबह पाकिस्तान से आये आतंकियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग में सीमा सुरक्षाबल के काफिल में हमला किया. इसमें सेना के दो जवान शहीद हो गये. हमले में भारतीय सेना को बड़ी सफलता मिली है. हमला करने वाले आतंकियों में से एक को सेना के जवानों ने पकड़ लिया है.
जीवित पकड़े गये आतंकी उस्मान उर्फ कासिम खान ने अपने को पाकिस्तानी बताया. उसने सुरक्षा बलों को पूछताछ में बताया है कि वह पिछले 12 दिनों से भारत में है. उसने बताया कि वह जंगल के रास्ते भारतीय सीमा में प्रवेश किया था. उसने बताया कि उसने भारत में प्रवेश के लिए सीमा के तार को नहीं काटा.
पकड़े जाने के बाद भी पाकिस्तानी आतंकी उस्मान के चेहरे पर किसी तरह का कोई भय नहीं था. उसने सेना के जवानों के साथ हंसते हुए बात किया.इधर सूत्रों के अनुसार पकड़ा गया आतंकी का जैश ए मोहम्मद से जुडे होने की संभावना है. मालूम हो कि जैश ए मोहम्मद ही वह आतंकी संगठन है, जिसने भारतीय संसद पर हमला किया था.
मालूम हो कि आतंकवादियों ने उधमपुर जिले में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सीमा सुरक्षाबल (बीएसएफ) के एक काफिले पर आज सुबह हमला किया जिसमें दो जवान शहीद हो गये. सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए दो आतंकवादी भी मारा गिराया है जबकि एक आतंकी को जिंदा पकड़ लिया गया है. इस हमले में आठ अन्य लोग घायल हुए हैं.
* जिंदा पकडे गये आतंकवादी उस्मान ने कहा, ऐसा करने में मजा आता है
उधमपुर में बीएसएफ के एक काफिले पर आज हुए हमले के बाद जिंदा पकडे गये पाकिस्तान से आये संदिग्ध लश्कर-ए-तैयबा आतंकवादी उस्मान ने कहा कि ऐसा करने में मजा आता है. आतंकवादी हमले में दो कांस्टेबल मारे गये.
खुद को पाकिस्तान के फैसलाबाद का बताने वाले उस्मान ने मीडिया के सामने दावा किया कि वह साथी आतंकवादी मोमिन खान के साथ 12 दिन पहले जम्मू क्षेत्र में आया था. खान की बीएसएफ की ओर से की गयी जवाबी गोलीबारी में मौत हो गयी. अजमल कसाब के बाद नवेद पहला संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकवादी है जिसे जिंदा पकडा गया है. कसाब को 2008 में मुंबई आतंकवादी हमलों के दौरान पकडा गया था.
* मैं हिंदुओं को मारने आया था
गहरे नीले रंग की कमीज और भूरे रंग की पतलून पहने उस्मान ने राहत भरे अंदाज में कहा, मैं हिंदुओं को मारने आया था. उसने कहा, मुझे यहां आये 12 दिन हो गये हैं. इतने दिन हम जंगल में घूमते रहे. आतंकी उस्मान ने बताया, मैं पाकिस्तान से हूं. मेरा साथी गोलीबारी में मारा गया लेकिन मैं बच गया.
* अगर मैं मारा जाता तो यह अल्ला का करम होता
जिंदा पकडे गये पाकिस्तानी आतंकी ने कहा, अगर मैं मारा जाता तो यह अल्ला का करम होता. यह करने में मजा आता है. शुरु में उसने कहा कि वह 20 साल के आसपास का होगा लेकिन बाद में दावा किया कि उसकी उम्र केवल 16 साल है. पहले उसने अपनी पहचान कासिम के तौर पर बतायी और बाद में अपना नाम उस्मान बताया.
प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा नौजवानों को यह फरमान जारी कर जम्मू कश्मीर भेजता है कि अगर वे पकडे जाएं तो वे खुद को 18 साल से कम उम्र का बताएं ताकि उन पर किशोरों की तरह मुकदमा चलें. जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर आज सीमा सुरक्षाबल (बीएसएफ) के काफिले पर हमले के बाद संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकवादी को जिंदा पकड लिया गया. हमले में दो जवान शहीद हो गए और 11 घायल हो गए. इस हमले में शामिल एक अन्य आतंकवादी मारा गया.