जम्मू :जम्मू कश्मीर में बीएसएफ पर हमला करने वाले आतंकियों में से एक जीवित पकडे गये उस्मान खान ने सुरक्षा बलों को पूछताछ में बताया है कि वह पिछले 12 दिनों से भारत में है. सूत्रों के अनुसार, उसके जैश ए मोहम्मद से जुडे होने की संभावना है. मालूम हो कि जैश ए मोहम्मद ही वह आतंकी संगठन है, जिसने भारतीय संसद पर हमला किया था.
Samroli, Udhampur (J&K): The nabbed terrorist being taken by security forces https://t.co/WMpnmf43ye
— ANI (@ANI) August 5, 2015
इस पूरे मामले में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बात की. बताया जाता है कि प्रधानमंत्री को डोभाल ने इस संबंध में तथ्यों व सूचनाओं से अवगत कराया है.
* दिल्ली लेकर आयेगी NIA की टीम
इधर जवनों के कब्जे में पकड़ा गया पाकिस्तानी आतंकी उस्मान को एनआईए की टीम दिल्ली लेकर आने की तैयार में है. उसे अपने कब्जे में लेने के लिए एनआईए की टीम उधमपुर के लिए रवाना हो गयी है. फिलहाल उससे सेना के जवानों ने पूछताछ की है. जिसमें उसने कई अहम खुलासे किये हैं.
* आतंकी ने की खाने की मांग
जम्मू-कश्मीर हमले में एक मात्र पकड़ा गया आतंकी उस्मान ने आज पकड़े जाने के बाद सेना के जवानों से खाने के लिए कुछ मांगा. पकड़ा गया आतंकी उस्मान के चेहरे पर जरा भी खौफ नहीं है. उसने हंसते हुए जवानों के सवालों का जवाब दिया.
* जानें बंधकों ने कैसे जीवित पकड़ा आतंकी उस्मान को
उपायुक्त ने कहा, उसे उन्हीं लोगों ने पकडा जिन्हें उसने बंधक बना रखा था. कुछ वीडीसी सदस्यों के अलावा बंधक बनाए गए दो लोगों ने अभियान के दौरान उसकी गिरफ्तारी में मदद की. उधमपुर में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बीएसएफ के एक काफिले पर हमले में बल के दो जवान मारे गए जबकि 11 कर्मी जख्मी हो गए. इस हमले में शामिल एक अन्य आतंकवादी को सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई में मार गिराया.
नस्सू-समरोली इलाके में हमले के बाद उस्मान भाग गया और पास ही एक गांव में बनी स्कूल की इमारत में पांच लोगों को बंधक बना लिया. बंधक बनाए गए एक युवक राकेश कुमार ने बताया, गोली की आवाज सुनने के बाद जैसे ही मैं अपने घर से बाहर आया, यह आतंकवादी आया और मुझे अपने साथ चलने के लिए कहा. वह पहले ही तीन-चार लोगों को अपने साथ ले चुका था.
इसके बाद थलसेना और पुलिस ने स्कूल के आसपास के इलाके की घेराबंदी कर ली ताकि बंधकों को छुडाया जा सके. एक अन्य बंधक विक्रमजीत ने कहा, हमें बंदूक के जोर पर स्कूल ले जाया गया. उसने हमसे इलाके से भागने का रास्ता दिखाने को कहा.
विक्रमजीत ने बताया कि आतंकवादी ने उन्हें धमकी दी कि यदि उन्होंने उसे रास्ता नहीं दिखाया तो वह उनके परिवार को जान से मार डालेगा. उन्होंने कहा कि उसे कुछ खाने की भी पेशकश की गई. देशराज, सुभाष शर्मा और जीवन जहां भागने में सफल रहे, वहीं विक्रमजीत और राकेश ने आतंकवादियों से मुकाबला किया और काफी संघर्ष के बाद उसे पकड लिया.
विक्रमजीत ने कहा, मैंने उसकी गर्दन पकडी और उसने (राकेश ने) उसकी बंदूक पकड ली. उसने (आतंकवादी ने) कुछ गोलियां चलाई लेकिन हम बाल-बाल बच गये और उसे पकड लिया. उपायुक्त ने बताया कि किस्मत से एम्स की मांग को लेकर चल रही हडताल के कारण स्कूल में कोई छात्र नहीं था. उन्होंने कहा कि आतंकवादी के पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारुद बरामद हुए हैं.
बीएसएफ के काफिले पर पहले किया हमला
बुधवार सुबह नेशनल हाईवे से गुजर रहे बीएसएफ के काफिले को पर पहले आतंकियों ने हमला किया. एक आतंकी ने पहले बीएसएफ की गाड़ी के टायर पर फायरिंग की और बाद में उसपर ग्रेनेट से हमला किया. आतंकियों ने उधमपुर से दस किलोमीटर दूर नरसू इलाके में बीएसएफ को निशाना बनाया. हमले के बाद बीएसएफ ने जवाबी कार्रवाई करके दो आतंकियों को मार गिराया.
मकबूल खान के नेतृत्व में घुसा कासिम!
खुफिया विभाग (आइबी) ने 24 जुलाई को अलर्ट जारी कर कहा था कि लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर मकबूल खान 15 अगस्त को भारत में हमला कर सकता है. आइबी ने आशंका जताई थी कि मकबूल खान पाकिस्तानी रेंजर्स और आईएसआई की मदद से हमला कर सकता है. टीवी रिपोर्ट के अनुसार पकडे गये आतंकी ने बताया है कि वह 6-7 दिन पहले ही भारतीय सीमा में दाखिल हुआ है. बताया जा रहा है कि मकबूल खान के नेतृत्व में ही यह आतंकी भारत में घुसा था.