नयी दिल्ली : उच्चतम न्यायालय की ओर से फांसी पर रोक लगाने से इंकार किये जाने के बाद याकूब की फांसी कल तय हो गयी है. उसे कल नागपुर जेल में फांसी दी जाएगी. फांसी को लेकर तैयारी शुरू कर दी गयी है. नागपुर जेल के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गयी है.
इधर याकूब की दया याचिका खारिज किये जाने और फांसी तय होने के बाद याकूब के परिवार वाले नागपुर जेल में उससे मिलने के लिए पहुंचने लगे. खबर है कि परिवार वालों को याकूब का शव फांसी के बाद सौंपा जाएगा. ज्ञात हो कि फांसी तय हो जाने के बाद परिवार वालों ने याकूब के शव को सौंपने की मांग की थी. उनके मांग को मानते हुए फैसला लिया गया है कि फांसी के बाद याकूब का शव परिवार वालों को सौंपा जाएगा.
* याकूब के भाई ने बयान देने से किया इनकार
इधर दया याजिका खारिज किये जाने के बाद याकूब के भाई सुलेमान और उस्मान ने इस मामले में कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया है. उन्होंने बस इतना कहा कि उन्हें न्यायालय पर विश्वास है.
गौरतलब हो कि 1993 के मुंबई बम विस्फोट कांड में मौत की सजा पाने वाले एकमात्र दोषी याकूब अब्दुल रजाक मेमन को कल दी जाने वाली फांसी पर रोक से इनकार कर दिया है. न्यायालय ने फांसी के फंदे से बचने की उसकी आखिरी गुहार को अस्वीकार कर दिया.
न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा, प्रफुल्ल सी पंत और न्यायमूर्ति अमिताव राय की तीन सदस्यीय खंडपीठ ने कहा कि दोषी को मौत की सजा पर नागपुर में कल अमल के लिये मुंबई में टाडा अदालत द्वारा 30 अप्रैल को जारी मौत के फरमान में कोई कानूनी खामी नहीं है. याकूब मेमन कल 53 साल का हो जायेगा.