नयी दिल्ली : पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम को श्रद्धांजलि देने के बाद राज्यसभा की बैठक आज पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई. लोकसभा की कार्यवाही भी कलाम को श्रद्धांजलि देने के बाद आज और कल के लिए स्थगित कर दी गयी. लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन की अगुवाई में एक मिनट का मौन रखकर कलाम को श्रद्धांजलि दी गयी. कलाम का कल शाम शिलांग में निधन हो गया.
उच्च सदन की बैठक शुरू होते ही सभापति हामिद अंसारी ने कलाम के निधन का जिक्र करते हुए कहा कि उनके शोध और शैक्षिक नेतृत्व ने उन्हें अभूतपूर्व सम्मान एवं प्रतिष्ठा दिलाई तथा उनके नेतृत्व में ही देश के मिसाइल कार्यक्रम की शुरुआत हुई. उन्होंने कहा कि प्रख्यात वैज्ञानिक कलाम एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम के प्रमुख कर्ताधर्ता थे और उनके ही निर्देशन में पृथ्वी तथा अग्नि मिसाइलें विकसित की गईं.’
सभापति ने कहा कि वर्ष 1998 में पोखरन में किये गये दूसरे परमाणु परीक्षण, भारत के असैन्य अंतरिक्ष कार्यक्रम, सैन्य मिसाइल एवं बैलिस्टिक मिसाइल विकास संबंधी प्रयासों से लेकर प्रक्षेपक वाहन प्रौद्योगिकी तक को उस ऊंचाई तक पहुंचाने में भी कलाम की अहम भूमिका थी जहां वह आज है.
अंसारी ने कहा कि वर्ष 1997 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किये गये कलाम वर्ष 2002 से 2007 तक देश के राष्ट्रपति रहे. सभापति ने कहा ‘अपने सहयोगियों और साथ जुडे लोगों से उन्हें गहरा लगाव था और उनकी इसी विशेषता की वजह से उन्हें ‘जनता का राष्ट्रपति’ कहा गया.’