शिलांग: पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम का आज शिलांग के एक अस्पताल में निधन हो गया .कलाम को आज अचानक बीमार पडने पर यहां अस्पताल में भर्ती कराया गया. 84 वर्षीय कलाम शाम करीब साढे छह बजे भारतीय प्रबंधन संस्थान में एक व्याख्यान के दौरान गिर पडे और इसके तुरंत बाद उन्हें नानग्रिम हिल्स में बेथनी अस्पताल ले जाया गया.शाम 7.45 मिनट में उनका निधन हो गया.कल उनका पार्थिव शरीर शिलांग से दिल्ली लाया जाएगा और तमिलनाडु के रामेश्वरम में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अब्दुल कलाम के निधन पर दुःख जताया है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनका जन-जन से लेकर विश्व में देश की प्रतिष्ठा बढाने में योगदान रहा. उन्होंने कहा कि मुझे उनके नजदीक काम करने का मौका मिला. वह हमारे मार्गदर्शक रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमने एक ऐसे सपूत को खोया जिसने भारत की सेवा की और भारत को सशक्त और समर्थवान बनाया. उन्होंने कहा कि मैं नहीं समझता हूं कि उनकी कमी की भरपाई की जा सकेगी. मैं उस महान आत्मा के प्रति गहरी शोक संवेदना व्यक्त करता हूं. उन्होंने कहा कि इस शोक संतप्त अवस्था में, इस गहरे सदमे में मेरे पास अब कुछ कहने के लिए नहीं बचा है.
खासी हिल्स के पुलिस अधीक्षक एम खारकरांग ने इससे पूर्व बताया था, ‘‘पूर्व राष्ट्रपति को नाजुक हालत में बेथनी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.’’ उन्होंने बताया था कि पूर्व राष्ट्रपति शाम करीब साढे छह बजे भारतीय प्रबंधन संस्थान में एक व्याख्यान के दौरान गिर पडे और उन्हें तुरंत मेघालय की राजधानी में नानग्रिम हिल्स में एक अस्पताल में ले जाया गया जहां उन्हें सघन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में भर्ती किया गया.
मुख्य सचिव पीबीओ वरजीरी ने अस्पताल के बाहर संवाददाताओं को बताया कि उन्होंने कल सुबह कलाम के पार्थिव शरीर को गुवाहाटी से दिल्ली ले जाने के लिए जरुरी प्रबंध करने के वास्ते केंद्रीय गृह सचिव एल सी गोयल से बात की है. गृह सचिव एल सी गोयल ने कहा कि सरकार पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के निधन पर सात दिन के राजकीय शोक की घोषणा करेगी.
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