इससे वह बेहोश हो गयी. जब उसे होश आया, तो वह फादर के पास छुट्टी लेने के लिए गयी. वहां फादर ने भी उसे डांटा और चांटा मारा. उसके बाद स्कूल प्रबंधन ने फोन कर परिजन को स्कूल बुलाया गया. तब रोशनी का भाई साकिब जो उसी स्कूल में कक्षा नौ (एफ) का छात्र है उसे घर ले गया.
इस संबंध में स्कूल के फादर ने छात्र को चांटा मारने की बात से इनकार किया है. छात्र के पिता मोजाहिदपुर निवासी वार्ड 46 के पार्षद शाहिद खां उर्फ चमरू खां ने बताया कि जब रोशनी घर पहुंची, तो उसकी स्थिति बहुत खराब थी. वह बहुत डरी हुई थी. इस कारण उसे तुरंत डॉ अरुण कुमार सिन्हा के नर्सिग होम में भरती कराया. वहां रोशनी को तीन बोतल स्लाइन चढ़ाया गया. बाद में कई बार बेहोश होने और सांस में तकलीफ होने पर उसे ऑक्सीजन लगाया गया. उनका आरोप है कि रोशनी स्कूल के हिंदी के टीचर के मारने के कारण बेहोश हो गयी. जब होश आया तो फादर भी उसे एक चांटा मार दिया.
इससे वह पूरी तरह डरी हुई है. उन्होंने कहा कि स्कूल के फादर व टीचर पर ललमटिया थाना में प्राथमिकी दर्ज करायेंगे. वहीं छात्र ने बताया कि उसे हिंदी में कम नंबर (25) आया था. हिंदी के टीचर शर्मा जी ने मुङो एक झापड़ मारा मैं बेहोश हो गयी. होश आने पर फादर से छुट्टी लेने गयी, तो फादर बोले झूठ बोलती हो, टीसी दे कर स्कूल से निकाल देंगे. उन्होंने भी मुङो एक थप्पड़ मारा. घटना की सूचना मिलने पर मोहल्ले के लोग वहां पहुंचे. सूचना मिलने पर मेयर दीपक भुवानियां कई पार्षदों के साथ क्लिनिक पहुंचे और बच्ची का हाल चाल लिया. मेयर ने फादर अमल राज से मोबाइल पर मामले की जानकारी ली. फादर ने कहा कि छात्र को मैंने नहीं मारा है, समझाया है. मेयर के साथ पार्षद मो मेराज, नीलकमल, संजय कुमार सिन्हा, पार्षद प्रतिनिधि मो साबिर, पूर्व डिप्टी मेयर मो इकबाल खां उर्फ बाबुल खां मौजूद थे.