10.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

डिजिटल इंडिया में रसोइया महिलाएं कहां, बताएं पीएम

मुजफ्फरपुर: प्रधानमंत्री शहर में आ रहे हैं, क्या वह बताएंगे कि उनके डिजिटल इंडिया में बच्चों के लिए खाना बनाने वाली रसोइया महिलाएं कहां हैं? जिन्हें 29 रुपये प्रतिदिन मिलता है. क्या वे बतायेंगे कि दूर-दराज में कार्यरत आशा महिलाओं के लिए उनके पास क्या योजना है, जिन्हें न्यूनतम मानदेय भी नहीं मिलता है? लाखों […]

मुजफ्फरपुर: प्रधानमंत्री शहर में आ रहे हैं, क्या वह बताएंगे कि उनके डिजिटल इंडिया में बच्चों के लिए खाना बनाने वाली रसोइया महिलाएं कहां हैं? जिन्हें 29 रुपये प्रतिदिन मिलता है. क्या वे बतायेंगे कि दूर-दराज में कार्यरत आशा महिलाओं के लिए उनके पास क्या योजना है, जिन्हें न्यूनतम मानदेय भी नहीं मिलता है? लाखों की संख्या में रसोइया व आशा महिलाएं देश के भविष्य बच्चों को शिक्षा व चिकित्सा सुविधा पहुंचाने में जुटी हैन, लेकिन वे घोर उपेक्षा की शिकार हैं.

ऐसे में क्या प्रधानमंत्री इनके बारे में कुछ घोषणा करेंगे? उक्त बातें बिहार राज्य विद्यालय रसोइया संघ की ओर शुक्रवार को समारणालय में आयोजित धरना प्रदर्शन के दौरान ऐपवा की राष्ट्रीय महासचिव मीना तिवारी ने कहीं. प्रदर्शन के दौरान घोषणा की गयी कि रसोइया संघ व अन्य सेवा कर्मियों मोर्चा के आह्वान पर 5, 6, 7 अगस्त को पूरे बिहार में रसोइया अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर रहेंगे.

ऐपवा महासचिव ने कहा, महिला सशक्तिकरण के लिए जरूरी है महिलाओं को स्थायी रोजगार तथा पर्याप्त वेतन दिया जाये. उनके मान सम्मान व अधिकारों की गारंटी दी जाये. आज भी 75 प्रतिशत लड़कियां व महिलाएं कुपोषण व एनीमिया की शिकार हैं. नीतीश व मोदी, दोनों सरकारें महिलाओं के मामले को लेकर गंभीर नहीं हैं. प्रदर्शन के दौरान एक प्रतिनिधि मंडल ने जिलाधिकारी को पीएम के नाम 13 सूत्री मांगपत्र सौंपा.

इसमें रसोइया को सरकारी कर्मचारी घोषित करने, न्यूनतम वेतनमान 15,000 रुपये देने, नियमित भुगतान बैंक खाता के माध्यम से करने, नियुक्ति पत्र व हस्ताक्षर की गारंटी, साल में चार सूती वर्दी, खाना बनाने व खिलाने के अलावा अन्य काम पर रोक, चिकित्सा व सामाजिक पेंशन देने की मांग शामिल है. प्रदर्शन से पूर्व संघ के नेतृत्व में सैकड़ों महिलाओं ने जुलूस निकाला, जो शहर के विभिन्न मार्गो से गुजरते हुए समाहरणालय पर पहुंचा. रैली का नेतृत्व जिलाध्यक्ष शारदा देवी व सचिव शीला देवी ने किया. मुख्य वक्ताओं में खेमस जिला सचिव शत्रुध्न सहनी, माले नेता सूरज कुमार सिंह, राजेश रंजन, मो तैय्यब, महाकांत झा, कुमारी अनिता आदि शामिल थे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें