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36 बाल मजदूरों को कराया गया मुक्त

ऑपरेशन मुस्कान -टू के तहत होटलों में चला छापेमारी अभियान गिरिडीह/डुमरी/बेंगाबाद/गावां : ऑपरेशन मुस्कान-टू के तहत गुरुवार को 36 बाल मजदूरों को मुक्त कराया गया. गिरिडीह पुलिस व बाल संरक्षण समिति द्वारा चलाये जा रहे संयुक्त अभियान के तहत जिले के धनवार, निमियाघाट, गावां व बेंगाबाद थाना इलाके में छापेमारी की गयी. गिरिडीह एसपी कुलदीप […]

ऑपरेशन मुस्कान -टू के तहत होटलों में चला छापेमारी अभियान
गिरिडीह/डुमरी/बेंगाबाद/गावां : ऑपरेशन मुस्कान-टू के तहत गुरुवार को 36 बाल मजदूरों को मुक्त कराया गया. गिरिडीह पुलिस व बाल संरक्षण समिति द्वारा चलाये जा रहे संयुक्त अभियान के तहत जिले के धनवार, निमियाघाट, गावां व बेंगाबाद थाना इलाके में छापेमारी की गयी.
गिरिडीह एसपी कुलदीप द्विवेदी व नोडल पदाधिकारी शंभु कुमार सिंह के निर्देश पर चले इस अभियान में धनवार पुलिस ने 23, निमियाघाट पुलिस ने 8, गावां पुलिस ने 3 व बेंगाबाद पुलिस ने दो बाल मजदूरों को मुक्त कराया. ये सभी बच्चे इलाके के विभिन्न होटलों में काम कर रहे थे. सभी बच्चों की उम्र 08 वर्ष से 14 वर्ष के बीच है.
कार्रवाई से सहमे दुकानदार : पुलिस के बाल कल्याण पदाधिकारी गोमेश सोरेन ने बेंगाबाद मुख्य बजार के एक मिष्ठान भंडार में काम कर रहे दो बाल मजदूरों को मुक्त कराया है.
दोनों बच्चों को बाल संरक्षण केन्द्र गिरिडीह के समक्ष प्रस्तुत कर दिया गया. इधर इस अभियान से बाल मजदूरों से काम ले रहे दुकानदार सहम गये हैं. कई दुकानदारों ने खुद ही अपने प्रतिष्ठान से बाल मजदूरों को हटा दिया है.
कराया जा रहा था जूठन साफ : गावां थाना के बाल कल्याण पदाधिकारी सह सअनि संदीप कुजूर के नेतृत्व में चलाये गये इस अभियान में तीन बच्चों को बाल मजदूरी से मुक्त कराया गया. पुलिस ने गावां बाजार स्थित होटल राजमहल से दो, वहीं राजो हलवाई के होटल से एक बच्चे को बरामद किया. बच्चों ने बताया कि जूठन साफ कराने के अलावा झाड़ू लगवायी जाती थी. दो बच्चों का कहना है कि उनका पैसा भी बकाया है. उन्हें प्रताड़ित भी किया जाता था.
धनवार में ताबड़तोड़ छापामारी
राजधनवार प्रतिनिधि के अनुसार धनवार थाना प्रभारी नीरज सिंह ने विभिन्न होटलों में छापामारी कर बाल मजदूरी कर रहे 23 बच्चों को मुक्त कराया. पुलिस ने क्षेत्र के गांधी चौक स्थित शुभम स्वीटस, बाबा स्वीटस, शंकर होटल, गैरेज . खोरी महुआ स्थित बबलू होटल, ललन होटल, सोंडरा होटल. डोरंडा स्थित गोलू लाइन होटल, अमरजीत लाइन होटल.
घोड़थंबा स्थित आनंद होटल, ब्रजवासी होटल, यादव होटल, शर्मा होटल, माखनचोर होटल. गंगापुर स्थित गंगा लाइन होटल आदि होटलों में छापामारी कर 23 बच्चों को मुक्त कराया. सभी बच्चों को मुक्त कराने के बाद बाल संरक्षण केंद्र गिरिडीह लाया गया. गिरिडीह लाने के बाद बच्चों ने बताया कि गरीबी के कारण वे मजदूरी करने को विवश हैं.
चाचा ने ही बेचा था : धनवार के एक 8 वर्ष के बच्चे ने बताया कि उसके चाचा ने ही उसे होटल मालिक के पास बेच दिया था. बच्चे ने बाल संरक्षण समिति के समक्ष बताया कि होटल में उसके साथ मारपीट भी की जा रही थी. बताया कि उसके चाचा ने उसकी बहन को भी बेचा था.
इसरी बाजार व प्रतापपुर में छापामारी
इसरी बाजार व प्रतापपुर के विभिन्न होटलों में छापा मारा गया. निमियाघाट थाना के थाना प्रभारी आरके राणा के नेतृत्व में पुलिस ने इसरी बाजार के कई होटलों में छापेमारी कर वहां काम कर रहे 14 वर्ष से कम उम्र के आठ बच्चों को मुक्त कराया.
इनमें डुमरी प्रखंड के अलावा दुमका व देवघर जिले के भी बच्चें शामिल हैं. एक होटल में एक बाल मजदूर अपने पिता के साथ काम कर रहा था. बाल मजदूरों ने बताया कि घर की दयनीय आर्थिक स्थिति के कारण मजबूरी में उन्हें पढ़ाई छोड़ कर होटल में काम करना पड़ रहा है. इस संबंध में पूछे जाने पर थाना प्रभारी श्री राणा ने बताया कि मुक्त कराये गये सभी बाल मजदूरों को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के समक्ष प्रस्तुत किया गया.
बच्चों की केस स्टडी तैयार की गयी है: वर्मा
बाल संरक्षण समिति की अध्यक्ष रेणु वर्मा ने कहा कि जिन बच्चों को मुक्त कराया जा रहा है ,उनकी केस स्टडी भी तैयार की जा रही है. धनवार से आये 23 बच्चों में से 22 बच्चों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है. बच्चों को मुक्त कराने का अभियान आगे भी चलेगा.

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