भारतीय वनडे टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने भले ही भारत के लिए कई अहम मैच खेले. भारत को क्रिकेट के तीनों प्ररुपों में कप लाकर दिया. 1983 के बाद भारत को दूसरी बार विश्व चैंपियन बनाया. इन सबके बाद भी आज महेंद्र सिंह धौनी टीम इंडिया में खुद को अलग-थलग पा रहे हैं.
ऑस्ट्रेलिया दौरे में खराब प्रदर्शन के बाद धौनी ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया. उस समय उनके संन्यास के फैसले को कई पूर्व क्रिकेटरों ने गलत बताया और आलोचना भी की. टेस्ट में संन्यास के बाद विराट कोहली को टेस्ट टीम का कप्तान बनाया गया. टेस्ट क्रिकेट में धौनी युग की समाप्ती के बाद कोहली युग ने जैसे कदम रखे दोनों कप्तानों के विचारों में भिन्नता देखी जानी लगी. जो फैसले धौनी के हुआ करते थे उसके विपरीत हैंकोहली के फैसले.
विश्व कप के बाद तो दोनों खिलाडियों के बीच विवाद की भी खबरें मीडिया में आयीं. टीम इंडिया के ड्रेसिंग रुम में धौनी को लेकर कई तरह की नकारात्म खबरें आने के बाद रवि शास्त्री जो टीम के निदेशक हैं उनको मीडिया के सामने कोहली-धौनी के बीच विवाद की बातों को खारिज करना पड़ा.
* रवि शास्त्री से अच्छे नहीं हैं धौनी के रिश्ते !
मीडिया में रवि शास्त्री और महेंद्र सिंह धौनी को लेकर खबर आयी कि दोंनों के बीच रिश्ते सामान्य नहीं हैं. दोनों खिलाड़ी टीम इंडिया में अपनी अलग पहचान रखते हैं. दोनों अपनी बातों को मजबूती से रखने में पीछे नहीं हटते हैं. शास्त्री टीम इंडिया में किसी की दखलअंदाजी स्विकारते नहीं हैं. जहां तक धौनी का सवाल है, वह अलग माइंडसेट के साथ मैदान पर उतरते हैं. वैसे में दोनों के बीच टकराव स्वभाविक है.
* टीम में धौनी जिसे पसंद नहीं करते वह खिलाड़ी आज टीम इंडिया में
महेंद्र सिंह धौनी टीम में जिन खिलाडियों में पसंद नहीं करते हैं वह खिलाड़ी आज टीम इंडिया में नजर आ रहे हैं. जैसे ही धौनी ने टेस्ट टीम से अपने को अलग किया हरभजन सिंह की टेस्ट टीम में वापसी हुई. अजिंक्य रहाणे जिसे धौनी ने अपनी टीम में जगह नहीं दी उसे जिंबाब्वे दौरा के लिए न केवल टीम में शालिम किया गया, बल्कि उन्हें टीम का कप्तान भी बनाया गया. रवींद्र जड़ेजा जो धौनी के सबसे पसंदिदा खिलाडियों में से एक हैं उसे आज टीम से बाहर कर दिया गया.
* अब चयन समिति के अध्यक्ष संदीप पाटिल भी धौनी के राय से नहीं हैं सहमत
भारत की सीनियर चयन समिति के अध्यक्ष संदीप पाटिल ने आज यहां विनम्र तरीके से स्पष्ट किया कि टीम के तेज गेंदबाजी आक्रमण को लेकर उनकी राय सीमित ओवरों के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी से भिन्न है.
दो महीने में तीसरी बार मीडियाकर्मियों से बात करने वाले पाटिल हरभजन सिंह की शानदार वापसी से भी उत्साहित थे. उन्होंने कहा, ‘‘उम्र कभी चयन का मानदंड नहीं होगा लेकिन फिटनेस होगी.’’ पाटिल ने रिजर्व विकेटकीपर को लेकर गोलमाल जवाब दिया लेकिन टेस्ट कप्तान के रुप में धौनी के कार्यकाल से विराट कोहली का कार्यकाल कैसे भिन्न होगा इस पर उनकी राय साफ थी.
पाटिल से जब चार तेज गेंदबाजों वाले आक्रमण के बारे में पूछा गया जिनकी धोनी ने आलोचना की थी, उन्होंने कहा, ‘‘महेंद्र सिंह धौनी ने क्या कहा था मैं उस पर बात नहीं कर रहा हूं. लेकिन हम उचित संतुलन बनाने की कोशिश कर रहे हैं. इसके अलावा श्रीलंका के विकेटों देखकर हमें लगता है कि यह सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी आक्रमण है.