नयी दिल्ली : रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति की अगली समीक्षा में ब्याज दर को पूर्ववत रख सकता है लेकिन मार्च 2016 तक नीतिगत दरों में 0.5-075 प्रतिशत की कटौती कर सकता है. यह बात मार्गन स्टैनली ने कही है. निवेश कंपनी का मानना है कि जून में खुदरा मुद्रास्फीति की मुख्य दर में वृद्धि तथा मूल उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में बढोतरी के मद्देनजर आरबीआइ चार अगस्त को नीतिगत दरों में समीक्षा बैठक में ब्याज दरों को अपरिवर्तित रख सकता है.
मार्गन स्टैनली ने कहा ‘हमारा मानना है कि आरबीआइ मानसून की स्थिति का इंतजार करना चाहेगा और अगस्त की मौद्रिक नीति की बैठक में मुख्य दरों को अपरिवर्तित रखेगा.’ रपट में कहा गया कि निवेश कंपनी को हालांकि उम्मीद है कि खुदरा मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति अगले साल के अंत तक घटकर 4.9 प्रतिशत रह जाएगी जो आरबीआइ के लिए मार्च 2016 तक मुख्य दरों में 0.50-0.75 प्रतिशत की बढोतरी के लिए गुंजाइश पैदा करेगा.
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