चेन्नई : दिल्ली की एक अदालत द्वारा स्पाइसजेट के कर संबंधी मामले में जारी सम्मन को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए सन समूह के चेयरमैन कलानिधि मारन ने आज कहा कि उन्होंने और उनकी कंपनी ने ‘कर के मामले में चालबाजी करने वाले नहीं.’ मारन ने कहा कि दरअसल, कर अधिकारी विभिन्न मौकों पर ने इस क्षेत्र में सबसे अधिक कर भुगतान के लिए सन टीवी नेटवर्क का सम्मान कर चुके हैं.
हाल में दिल्ली की एक अदालत ने स्पाइसजेट और इसके पूर्व चेयरमैन कलानिधि मारन और पूर्व प्रबंध निदेश एस नटराजन को कर चोरी के दो मामलों में सम्मन किया है. आरोप है कि उन्होंने कथित तौर पर कर विभाग में टीडीएस के 147 करोड रुपये से अधिक की राशि जमा नहीं करायी.
मारन ने आज जारी एक बयान में कहा, ‘सन समूह की कंपनियां और मैं व्यक्तिगत तौर पर कुल मिला कर सरकारी खजाने में सालाना 600 करोड रुपये से अधिक कर का भुगतान करते हैं.’ उन्होंने सम्मन को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि स्पाइसजेट द्वारा बकाया टीडीएस के भुगतान के लगभग छह महीने बाद अचानक एक मामला दर्ज किया गया जिसमें मुझे यह जानते हुए भी आरोपी बनाया गया कि मैं स्पाइसजेट के रोजमर्रा परिचालन नहीं संभालता.