मुजफ्फरपुर: पीएम की सभा को लेकर बिहार पुलिस और बीएमपी के 4000 के करीब जवानों को सुरक्षा में लगाया जायेगा. इसके अलावा अर्धसैनिक बलों की भी 10 कंपनी को भी सुरक्षा व्यवस्था में लगाया जायेगा. बिहार के विभिन्न जिलों से पुलिस बल को बुलाया जा रहा है. जिसमें पांच आईपीए अधिकारी, 25 डीएसी और 40 इंस्पेक्टर भी रहेंगे.
जो अपने-अपने जिले से आई पुलिस कर्मियों की मानीटरिंग करेंगे. इधर सभा स्थल पर काम में लगे मजूदरों का चरित्र सत्यापन भी शुरू कर दिया गया है. उनकी तस्वीर लेकर पहचान निर्गत की जा रही है. ताकि बाहरी लोग सभा स्थल के आसपास प्रवेश नहीं कर सके.
पीएम की सभा को लेकर पहुंची एसपीजी की टीम
प्रधानमंत्री की आयोजित सभा की सुरक्षा को लेकर एसपीजी (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) की टीम मंगलवार की देर रात मुजफ्फरपुर पहुंच गई. मुजफ्फरपुर पहुंचने के साथ ही टीम के अधिकारी चक्कर मैदान स्थित सभा स्थल पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है. वहां पहले से तैनात सुरक्षा कर्मियों पर भी निगरानी टीम के सदस्यों शुरू कर दिया है. 15 सदस्यीय टीम में चार अधिकारी मुजफ्फरपुर पहुंचे. जबकि टीम के अन्य सदस्य पटना में ही रूक गए. जो बुधवार की सुबह मुजफ्फरपुर पहुंचेंगे.
हर स्तर पर होगी निगरानी
मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह व डीजीपी पीके ठाकुर ने 25 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली को लेकर की जा रही तैयारियों की समीक्षा की. इस दौरान रैली को लेकर की जा रही व्यवस्थाओं के साथ सुरक्षा इंतजामों की जानकारी मुख्य सचिव व डीजीपी को दी गयी. लगभग 1.10 घंटे तक समीक्षा बैठक चली.
इस दौरान विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.
लगभग 12 बजे सिकंदपुर स्टेडियम में हेलीकॉप्टर से सिकंदरपुर स्टेडियम पहुंचे मुख्य सचिव व डीजीपी सीधे सर्किट हाउस पहुंचे. वहीं, पर समीक्षा बैठक हुई. इसके बाद पत्रकारों से बात करते हुये मुख्य सचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री की रैली को लेकर सभी तरह के इंतजाम किये जा रहे हैं, जो तैयारी की जा रही है, वो संतोषजनक है. जिला प्रशासन की ओर से जितने सुरक्षा बलों की मांग की गयी थी. उपलब्ध करा दिया जा रहा है. मुख्य सचिव ने कहा कि रैली में आनेवालों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो, इसकी तैयारी की जा रही है, जितनी सड़कें सभास्थल की ओर आती है. उनकी निगरानी की जा रही है. मुख्य सचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर सभी मानकों का पालन किया जा रहा है. तैयारी में लगे अधिकारी रैली के आयोजकों के संपर्क में हैं और उसके हिसाब से इंतजाम हो रहे हैं.
एक सवाल के जवाब में मुख्य सचिव ने कहा कि दूसरे जिलों से आने वाले लोगों को अधिक पैदल न चलना पड़े, इसका ध्यान रखा जा रहा है. रैली में वीआइपी आयेंगे, इसका ध्यान भी रखा जा रहा है. सुरक्षा व यातायात को लेकर बाहर से आने वाले गाड़ियों को शहर के इंट्री प्वाइंट के पास ही रोका जायेगा.
समीक्षा बैठक के दौरान पटना के डीआइजी शालीन ने प्रधानमंत्री के दौरान को लेकर किये जा रहे सुरक्षा इंतजामों के बारें बताया. शालीन को विशेष तौर पर बुलाया गया था, क्योंकि वो पहले प्रधानमंत्री की सुरक्षा में तैनात रह चुके हैं. बैठक में मुख्य सचिव व डीजीपी के अलावा गृह सचिव आमिर सुबहानी, अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) सुनील कुमार, तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त अतुल प्रसाद, तिरहुत जोन के आइजी पारसनाथ, पटना के डीआइजी शालीन, बेतिया सह तिरहुत के डीआइजी गोपाल प्रसाद, डीएम अनुपम कुमार, एसएसपी रंजीत कुमार मिश्र, रेल एसपी विनोद कुमार, डीडीसी कॅवल तनुज, नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा, पूर्वी एसडीओ सुनील कुमार व पश्चिमी एसडीओ राजेश भारती आदि मौजूद रहे.
इन बिंदुओं पर समीक्षा
मंच निर्माण, बैरिकेडिंग, हैलीपैड, रैली में आनेवाले प्रवेश द्वार, ओवी वैन का स्थल, डी एरिया की सुरक्षा, वाहन ठहराव स्थल, वाहनों की रूट लाइनिंग, यातायात व्यवस्था, कारकेट, पीएम का सेफ हाउस, अस्पताल, एंबुलेंस की व्यवस्था, माइक व्यवस्था, सड़क की व्यवस्था, नियंत्रण कक्ष, भीड़ के लिए आकस्मिक अस्पताल, चक्कर मैदान की निगरानी, मैदान की ओर आने वाली सड़क व रैली के लिए सड़क की व्यवस्था, कार्य करने के दौरान मजदूरों व आगंतुकों पर निगरानी की व्यवस्था, मैदान में रोशनी, भीड़ नियंत्रण, वीआइपी के लिए सुरक्षा व्यवस्था, सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारियों के साथ प्रतिनियुक्त सभी पुलिस बल की ब्रीफिंग.