इसमें स्पोर्ट्स के पदाधिकारियों की शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन की अनुमति देवघर जिला प्रशासन द्वारा नहीं दिये जाने के विरोध में सदस्यों ने सर्वसम्मति से अलोकतांत्रिक तरीके की घोर निंदा की. अब जेएससीए में व्याप्त भ्रष्टाचार एवं अध्यक्ष के तानाशाही रवैया के खिलाफ 27 जुलाई सोमवार को राजभवन के समक्ष धरना देंगे.
जेएससीए के पदेन संरक्षक सह महामहिम राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू को एक ज्ञापन के माध्यम से जेएससीए की कार्यशैली से अवगत करायेंगे. उनसे जेएससीए के आय-व्यय, विभिन्न सरकारी विभाग एवं निबंधन के मामले जांच समिति रिपोर्ट को उसके वेव सार्वजनिक रूप से परिलक्षित करने, खर्च की जांच, निष्कासित सदस्यों की सदस्यता बहाल करने, बाहरी खिलाड़ियों को सदस्य बनाने या खेलने पर प्रतिबंध लगाने, अपने बायलॉज के आधार पर कार्य नहीं करने की निष्पक्ष जांच कराने की मांग करेंगे. बैठक में विष्णु कांत झा, जीतू पटेल, अरुण पांडे, शेषनाथ पाठक, गुरप्रीत सिंह, आनंद, इरशाद, अरुण सूद, विनीत मधुकर, संतोष, हरिनारायण, कृष्ण सिंह, मणीकांत आदि मौजूद थे.