इस पर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने क्षुब्ध होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. इस पत्र में आरोप लगाया गया है कि बंगाल के अधिकारों को सम्मान को ठेस पहुंचायी गयी है.
पत्र में लिखा गया है कि बंगाल कैडर देश के बृहत्तम कैडरों में से एक है. प्रत्येक बार बड़ी संख्या में बंगाल के कैडरों को मनोनीत किया जाता था. ये अधिकारी दिल्ली जाकर राज्य के हित में काम करते थे, लेकिन जिस तरह से उन्हें वंचित किया गया है. यह संघीय व्यवस्था के भी खिलाफ है. उन्होंने इस संबंध में प्रधानमंत्री से पुनर्विचार करने की मांग की है.