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मुखिया पति ने बीइओ को दी धमकी

दुस्साहस : फर्जी शिक्षक के मानदेय भुगतान को ले धमकाया, शिक्षकों ने जताया विरोध ‘‘जोकियारी पंचायत के मुखिया पति जितेंद्र साह उर्फ जीतन साह ने फर्जी शिक्षकों के भुगतान के लिए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी डॉ कैलाशपति यादव को उनके कार्यालय कक्ष में धमकी दी. बीइओ ने अपनी रक्षा के लिए एसडीओ व डीएसपी कार्यालय में […]

दुस्साहस : फर्जी शिक्षक के मानदेय भुगतान को ले धमकाया, शिक्षकों ने जताया विरोध
‘‘जोकियारी पंचायत के मुखिया पति जितेंद्र साह उर्फ जीतन साह ने फर्जी शिक्षकों के भुगतान के लिए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी डॉ कैलाशपति यादव को उनके कार्यालय कक्ष में धमकी दी.
बीइओ ने अपनी रक्षा के लिए एसडीओ व डीएसपी कार्यालय में पत्र दिया. पत्र देने के बाद पुन: मुखिया पति ने बीइओ कार्यालय पहुंच धमकी दी और कहा कि एसपी व डीएसपी को मैं जेब में लेकर घूमता हूं. इससे गुस्साये शिक्षकों ने बैठक कर आंदोलन की बात कही.
हालांकि मुखिया पति की बात कुछ हद तक सही भी रही. कार्रवाई की कौन कहे अधिकारी बीइओ के पत्र को अहमियत भी नहीं दिये. इतना ही नहीं जितेंद्र साह उर्फ जीतन साह से अधिकारियों के संबंध जग जाहिर है. हालांकि उन्होंने पूर्व में पदस्थापित बीडीओ जो वर्तमान में चकिया एसडीओ है के साथ एक मामले में उच्च न्यायालय से बेल पर है’’.
रक्सौल : कथित फर्जी शिक्षक के भुगतान के लिए जोकियारी पंचायत के मुखिया पति जितेन्द्र साह उर्फ जीतन साह ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी डॉ कैलाशपति यादव को उनके कार्यालय कक्ष में मंगलवार के दिन 2:30 बजे धमकाया.
मानदेय समेत पूर्ण उपस्थिति नहीं बनाने पर दो-दो एसी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा कराने की धमकी दी. शिक्षा पदाधिकारी डॉ यादव ने इस आशय का पत्र एसडीओ एव एसडीपीओ कार्यालय में दिया.
इसकी भनक लगते ही मुखिया पति दुबारा बीइओ के कार्यालय में 5:30 बजे पहुंचे और बीइओ को खरी-खोटी सुनाई. कहा पुलिस को आवेदन देने से मेरा कुछ नहीं बिगड़ेगा. मैं एसपी, डीएसपी को अपने जेब में लेकर चलता हूं. कितना देर पुलिस सुरक्षा में रहिएगा. कभी तो सड़क पर निकलियेगा. बीच बचाव में उतरे शिक्षक संघ के अध्यक्ष बीआरपी छोटे लाल राय व मनोज कुमार पड़े. उन लोगों को भी देख लेने और औकात दिखाने की धमकी मुखिया पति ने दी.
बीइओ डॉ यादव को धमकी देने एवं दो शिक्षकों के साथ र्दुव्‍यवहार से आक्रोशित शिक्षकों ने बुधवार को दिन के एक बजे से बैठक किया. इसके उपरांत एसडीओ को आवेदन दिया जिसमें कहा गया है कि 18 जुलाई तक मुखिया पति पर कार्रवाई नहीं की गयी तो 20 जुलाई को सभी शिक्षक कालापट्टी बांध कर विरोध दर्ज कराते हुए काम करेंगे. वहीं 21 जुलाई को अनुमंडल कार्यालय के समक्ष धरना देंगे.
प्रधान शिक्षक ने दिया जवाब
प्रधान शिक्षक मो. ओबैदुल्लाह ने दो पत्र बीइओ को दिया है. पहला पत्र बीइओ कार्यालय के पत्र जिसका पत्रंक 346 का जवाब है जिसमें उसने कहा है कि मुकेश कुमार सिंह व संगीता कुमारी नाम के कोई शिक्षक उनके विद्यालय में नहीं है. विभागीय अभिलेख एवं उपस्थिति पंजी में भी उनका नाम नहीं है.
वर्ष 2007 में तीन शिक्षकों का नियोजन किया गया था जिसमें संजय कुमार, ओम प्रकाश श्रीवास्तव व विवेक कुमार शामिल है, जिनका नियोजन 21 नवंबर 2007 को किया गया. तब से वे लोग काम कर रहे है. उपरोक्त दो शिक्षक मुकेश कुमार सिंह व संगीता कुमारी को कोई नहीं जानता है.
क्या है मामला
वर्ष 2007 में जोकियारी पंचायत में शिक्षक नियोजन के लिए 11 रिक्ती स्वीकृत हुई. यह रिक्ति वर्ष 2003 से 2005 तक खाली पड़े पद के लिए थी, जिसके बाद पंचायत नियोजन इकाई द्वारा 11 शिक्षकों का नियोजन कर दिया गया.
नियोजन के कुछ दिन बाद दो शिक्षकों ने अपने पद से त्याग पत्र दे दिया. इसके विरुद्ध पंचायत नियोजन इकाई शिक्षा विभाग से बीना अनुमति लिये, दो लोगों का नियोजन कर दिया, जिसमें मुकेश कुमार सिंह व संगीता कुमारी शामिल है.
इस नाम के शिक्षक अब तक न तो विद्यालय में योगदान किये है और ना ही विद्यालय से उनका कोई नाता है. विद्यालय उपस्थिति पंजी में वर्ष 2007 से अब तक इनकी एक दिन भी उपस्थिति नहीं है. इधर प्राधिकार के एक जारी फैसला जिसमें पंचायत सचिव को निर्देश दिया गया कि चार फरवरी 2008 के इन लोग ने अनुपस्थिति को उचित समायोजन कर अब तक का लंबित भुगतान करे. अब सवाल उठता है कि जो योगदान ही विद्यालय में नहीं दिये है उसे छुट्टी कैसी.
कहते हैं बीइओ
बीइओ डॉ यादव का कहना है कि प्राधिकार का पत्र उन्हें मिला है, लेकिन जब उक्त नाम का कोई शिक्षक विद्यालय में है ही नहीं तो भुगतान का आदेश मैं कैसे दे दूं. इसी को लेकर मुखिया पति पहले भी धमका चुके है. कल 2:30 बजे आकर धमकी दिये. अधिकारियों को पत्र देने से गुस्साये मुखिया पति फिर 5:30 बजे कार्यालय में पहुंचे और धमकी दिया. इतना तक कहा कि एसपी, डीएसपी व थाना पुलिस को मैं अपनी जेब में रखता हूं. तुम्हारे पत्र देने से कुछ नहीं होगा.
कहते हैं एसडीओ
इस संबंध में पूछे जाने पर एसडीओ श्री प्रकाश ने कहा कि बीइओ कोई जांच किये थे. जांच में फर्जी शिक्षक का कुछ मामला था. साथ ही उन्होंने कहा कि अभी वे आवेदन पढ़े नहीं है. वहीं शिक्षकों के पत्र के संबंध में उन्होंने कहा कि हमे मालूम नहीं है. हालांकि शिक्षक संघ के सदस्य एसडीओ के कार्यालय में नहीं होने पर उनके सहायक को दे चुके थे.

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