चौकों-छक्कों की बौछार और ग्लैमर के तड़के केसाथ जब वर्ष 2008 मेंइंडियन प्रीमियर लीग की शुरुआत हुई, तो एक अलग तरह की क्रिकेट से रूबरू हुए लोग इसके दीवाने हो गये और फ्रेंचाइची टीम के खिलाड़ी हीरो. लेकिन कुछ ही साल में आईपीएल के माथे पर मैच फिक्सिंग का कलंक लग गया और परिणाम यह हुआ कि दो फ्रेंचाइयोंके सहमालिकों को इससे आजीवन के लिए बाहर कर दिया और दो टीम चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स पर दो साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया. भारतीय क्रिकेट टीम के कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धौनी चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान थे,ऐसे में वर्तनमान परिस्थिति में वे आईपीएल नहीं खेल सकते हैं.
उनके अलावा सुरेश रैना, सर रवींद्र जडेजा, ब्रेंडन मैकुलम और ड्रेन ब्रावो जैसे खिलाड़ी भी चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा हैं. आईपीएल की सबसे पॉपुलर टीम मानी जाती है चेन्नई सुपर किंग्स और अगर वही इस लीग का हिस्सा नहीं होगी, तो कहना ना होगा कि आईपीएल का क्रेज कम जरूर होगा. यह भी संभव है कि आईपीएल के दर्शक इतने घट जायेंकि यह आयोजन सोने की मुर्गी न रह जाये,ऐसे में बीसीसीआई क्या कदम उठायेगा. इसपर सबकी निगाह होगी, क्योंकि बीसीसीआई अपने सोने का अंडा देने वाली मुर्गी को यूं ही मरने देगा, इसमें संदेह है.
ललित मोदी थे इंडियन प्रीमियर लीग के कर्ता-धर्ता
वर्ष 2008 में बीसीसीआई ने एस्सेल ग्रुप द्वारा शुरु की गयी इंडियन क्रिकेट लीग के जवाब में अपनी टी20 लीग शुरू की थी. ललित मोदी को इस लीग के आयोजन का श्रेय जाता है. मोदी ने मार्केटिंग साझेदार आईएमजी के साथ मिलकर इसे क्रिकेट की सबसे लोकप्रिय लीग बना दिया. पहले ही साल में आईपीएल ने सफलता के नये रिकार्ड कायम किये. लाखों डालर में बिकी आठ टीमों ने क्रिकेट जगत का ध्यान खींचा. इसके बाद खिलाड़ियों की नीलामी हुई जिसमें क्रिकेट के इतिहास में महेंद्र सिंह धोनी सबसे महंगे बिके जिन्हें इंडिया सीमेंट्स के मालिकाना हक वाली चेन्नई सुपर किंग्स ने खरीदा.
मुंबई में हुई नीलामी के बाद गद्गद् इंडिया सीमेंट्स के तत्कालीन प्रबंध निदेशक और अध्यक्ष एन श्रीनिवासन और मोदी मीडिया से रुबरु थे जो बाद में एक दूसरे की आंख की किरकिरी बन गये.
दूसरे ही साल विवादों में आ गया आयोजन
दूसरे साल लीग के आयोजन को लेकर विवाद तब हुआ, जब देश मेंआम चुनाव के कारण लीग का आयोजन दक्षिण अफ्रीका में हुआ. अगले वर्ष फिर विवाद हुआ जब ललित मोदी को वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों में सिर्फ आईपीएल ही नहीं बल्कि बीसीसीआई से भी बाहर कर दिया गया. अंडरवर्ल्ड से अपनी जान को खतरा बताकर मोदी लंदन में जा बसे हैं. शुरुआती टीमों में से एक डेक्कन चार्जर्स की जगह बाद में सनराइजर्स हैदराबाद ने ली. दो नई टीमें केरला टस्कर्स और सहारा पुणे वारियर्स को आईपीएल नियमों का पालन नहीं करने के कारण बीसीसीआई ने भंग कर दिया.
मैदान में भी खूब विवाद
आईपीएल मैदानी विवादों से भी अछूता नहीं रहा. हरभजन सिंह और एस श्रीसंत का ह्यथप्पड कांडह्ण पहले ही साल सुर्खियों में रहा. इसके बाद 2013 में स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण में रायल्स के तीन खिलाड़ियों पर बीसीसीआई ने आजीवन प्रतिबंध लगाया.
गुरुनाथ मयप्पन और राज कुंद्रापरआजीवन प्रतिबंध
आईपीएल के दो टीम मालिकों चेन्नई के गुरुनाथ मयप्पन और रायल्स के राज कुंद्रा पर सट्टेबाजी के आरोप लगे. लोढा समिति ने दोनों पर आजीवन प्रतिबंध लगाने के साथ टीमों को भी दो साल के लिए आईपीएल से बाहर कर दिया. आईपीएल संचालन परिषद 19 जुलाई को बैठक करेगी, इस बैठक मेंटी20 लीग मेंलोगों का भरोसा बहाल करने और टूर्नामेंट के भविष्य पर फैसला लिया जायेगा.