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दहशत फैलाने की थी योजना
हाजीपुर : वैशाली जिला प्रशासन द्वारा शांतिपूर्ण तरीके से विधान परिषद चुनाव कराने के सार्थक प्रयास को विफल करने की योजना अपराधियों ने बना रखी थी. बम एवं हथियार के इस्तेमाल से दहशत फैला कर बूथ लूटने की तैयारी थी.लेकिन, वैशाली पुलिस ने अपराधियों के मंसूबे को नाकाम कर दिया. आखिर इस योजना के पीछे […]
हाजीपुर : वैशाली जिला प्रशासन द्वारा शांतिपूर्ण तरीके से विधान परिषद चुनाव कराने के सार्थक प्रयास को विफल करने की योजना अपराधियों ने बना रखी थी. बम एवं हथियार के इस्तेमाल से दहशत फैला कर बूथ लूटने की तैयारी थी.लेकिन, वैशाली पुलिस ने अपराधियों के मंसूबे को नाकाम कर दिया. आखिर इस योजना के पीछे कौन है, पुलिस ने इसकी भी तहकीकात शुरू कर दी है.
शंका जताया जा रहा है कि बड़े ओहदावाले कई शख्स का इसमें हाथ हो सकता है. विधान परिषद चुनाव में जीत -हार को लेकर बाजार काफी गरम है. हथियार बरामद होने के पूर्व जिले में पिछले एक माह से लगातार कैश लूट की वारदात हो रही है. पुलिस को शंका है कि चुनाव को लेकर ही लूट की घटना को अंजाम दिया जा रहा था.
शहर में होते हैं कई अवैध कारोबार : हाजीपुर शहर पिछले कुछ महीनों से अवैध कारोबारियों के चंगुल में फंसता जा रहा है. आर्म्स एवं शराब माफिया का वर्चस्व यहां बढ़ता जा रहा है. पुलिस की लगातार कार्रवाई के बावजूद भी अवैध कारोबार पर लगाम लगता नहीं दिख रहा.
सूत्रों की मानें तो इन अवैध कारोबार में पुलिस के कई अधिकारी एवं नेता द्वारा संरक्षण दिया जाता है, जिसके कारण गैर कानूनी धंधे में नये युवकों का माफिया बनाने का सपना दिखा कर फं साया जाता है. मालूम हो कि पिछले कुछ महीने पहले शहर के देवराज पथ से भारी मात्र में विस्फोटक बरामद हुआ था.
खबर यह भी है कि सदर क्षेत्र में हथियार एवं शराब सहित अन्य तरह के अवैध कारोबार चल रहे हैं.पुरस्कृत होंगे पुलिसकर्मी : इतने बड़े पैमाने पर हथियार एवं बम की बरामदगी से पुलिस कप्तान ने अपने सहयोगियों को पुरस्कृत करने की घोषणा की है. लेकिन, हैरत की बात है कि आखिर इतने दिनों से यह क्यों नहीं पकड़ा जा रहा था. शहर के घनी आबादीवाले मुहल्ले में हथियार बनाने का धंधा हो रहा था. क्या संबंधित थाने के पुलिस को इसकी जानकारी नहीं थी. क्या पुलिस द्वारा ही संरक्षण दिया जा रहा था. इस तरह के सवाल आम लोगों की जुबान पर हैं.
कहां से बरामद हुआ हथियार का जखीरा : नगर थाना क्षेत्र के सांची पट्टी मुहल्ले में बाला दास मठ है. उसके समीप अरविंद राय का पुत्र मनीष राय का घर है. घर के बगल में गाय का बथान है उसी बथान से पुलिस ने बम और बम बनाने का सामान तथा कई आधुनिक हथियार बरामद किये. साथ में दर्जन भर अपराधियों को भी दबोच लिया.
नगर पुलिस को किया गया दरकिनार: एसपी द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार इस छापेमारी में नगर पुलिस को दरकिनार कर दिया गया. हालांकि बरामदगी स्थल नगर थाना क्षेत्र में ही पड़ता है.
लेकिन, एसपी ने सदर पुलिस के साथ छापेमारी कर यह सफलता हासिल की है. चर्चा है कि नगर पुलिस की संदिग्ध भूमिका के कारण उसे इस अभियान में शामिल नहीं किया गया है. एसपी के अनुसार पिछले एक साल से यह कारोबार नगर क्षेत्र में चल रहा था. परंतु पुलिस को पता नहीं था. हथियार की बरामदगी स्थल से कुछ ही दूरी पर पुलिस का नाका नंबर तीन है. वहां भी जवानों की तैनाती रहती है.
परदे के पीछे कोई और !
पुलिस अनुसंधान में इन तमाम अवैध कारोबार के पीछे बड़े -बड़े लोगों का संरक्षण मिलने की बात सामने आती रहती है.राजनीति एवं पुलिस विभाग के लोगों पर हमेशा आंच आती रही है.
लेकिन, फिर प्रशासन के नाक के नीचे ऐसे -ऐसे धंधे को अंजाम दिया जा रहा है. रातों -रात लाखों रुपये के धंधे से अवैध कारोबारियों का पांव जमता जा रहा है. पुलिस विभाग ने कई महीना बाद इस जिले में ईमानदार पुलिस कप्तान को भेजा है. जिसके बाद अवैध धंधा एवं अपराध पर लगाम लगाने के लिए दिन रात एक दिया है.
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