नयी दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कोयला घोटाला मामले में आपराधिक जांच के तहत देश के विभिन्न हिस्सों में कंपनियों के खिलाफ पांच ताजा धनशोधन मामले दर्ज किए हैं. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि नवीनतम प्राथमिकियां महाराष्ट्र, झारखंड, दिल्ली, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ में स्थित कंपनियों के विरुद्ध ईडी द्वारा दर्ज की गयी हैं.
सूत्रों के अनुसार ईडी ने धनशोधन रोकथाम कानून के प्रावधानों के तहत अलग मामले दर्ज करने से पहले वर्तमान सीबीआई प्राथमिकियां का संज्ञान लिया. इन नये मामलों के साथ ही एजेंसी इस जांच में अबतक 40 से अधिक मामले दर्ज कर चुकी है, जिनकी सीबीआई द्वारा समानांतर रुप से जांच की जा रही है. सूत्रों ने बताया कि एजेंसी अब इन कंपनियों के अधिकारियों एवं मालिकों के बयान दर्ज करने के लिए उनके खिलाफ सम्मन जारी करने की प्रक्रिया शुरू करेगी. एजेंसी ने इन कंपनियों की कुछ संपत्ति धनशोधन कानून के तहत कुर्क करने की भी योजना बनायी है. सीबीआई भी भादसं एवं भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत करीब चार दर्जन मामले दर्ज कर चुकी है.
सूत्रों के अनुसार आपराधिक आरोप लगाने से पहले ईडी पहले ही इन कंपनियों के कई दस्तावेजों एवं वित्तीय विवरणों की जांच कर चुकी है. ये कागजात उसे सीबीआई से मिले थे. ईडी पूर्व कोयला राज्यमंत्री दसारि नारायण राव से भी पूछताछ कर चुकी है जिन्हें कोयला घोटाला जांच मामलों में अन्य निजी पक्षकारों के साथ नामित किया गया है. वह इस जांच के तहत अबतक 200 करोड रुपए की संपत्ति जब्त कर चुकी है. सूत्रों ने कहा, ईडी की प्राथमिकियों में दर्ज व्यक्तियों एवं कंपनियों की अचल संपत्ति एवं सावधि जमा समेत और संपत्तियों की कुर्की होगी. उच्चतम न्यायालय ईडी और सीबीआई दोनों की जांच की निगरानी कर रहा है. कालाधन पर विशेष जांच दल संपूर्ण जांच की समीक्षा कर रहा है और दोनों केंद्रीय एजेंसियों के साथ तालमेल मिलाकर चल रहा है.
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